कांग्रेस ने मुकेश चंद्राकर का जिंदा रहते और मरने के बाद भी किया बहिष्कार – श्रीवास्तव
रायपुर। कांग्रेस द्वारा पत्रकार स्व. मुकेश चंद्रकार का जीवित रहते भी बहिष्कार और मृत्यु के बाद भी बहिष्कार करने के लिए कांग्रेस नेताओं पर तीखा हमला है। इस संबंध में 29 अप्रैल, 2024 को कांग्रेस द्वारा बाकायदा जिला कांग्रेस कमेटी जिला बीजापुर के लेटरपेड में पत्र निकाल कर दिवंगत पत्रकार स्व. मुकेश चंद्रकार पर झूठे आरोप लगाकर सार्वजनिक रूप से उन्हें अपमानित कर उनका बहिष्कार करने का ऐलान किया था।
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री श्रीवास्तव ने सोमवार को एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि 04 जनवरी 2025 को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का तय कार्यक्रम जारी किया गया था, उसमें उनका रात्रि विश्राम काँकेर यानी कि बस्तर ही था साथ ही, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज भी इसी तारीख को जगदलपुर (बस्तर) में थे। उसके बावजूद ये दोनों नेता स्व. मुकेश चंद्रकार की अंतिम यात्रा में शामिल नहीं हुए, न ही कांग्रेस का कोई बड़ा नेता उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुआ। कांग्रेस ने एक सच्चे पत्रकार का जीवित रहते भी बहिष्कार किया और मृत्यु के बाद भी बहिष्कार किया। इससे बड़ी शर्मनाक बात और क्या हो सकती है? लोकतंत्र और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के प्रति कांग्रेस की सोच क्या है, यह फिर से प्रमाणित हुआ। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि इससे भी अधिक शर्मनाक और क्या हो सकता है कि एक तरफ बस्तर गमगीन था दूसरी ओर कांग्रेस जश्न मना रही थी। स्व. मुकेश चंद्रकार की निर्ममता से हत्या के बाद जहाँ बस्तर सहित पूरा छत्तीसगढ़ शोकमग्न था, बस्तर में स्व. मुकेश चंद्रकार को अंतिम विदाई देने सभी लोगों ने स्वस्फूर्त अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी बंद कर रखे थे, वहीं उसी बस्तर में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज खुद को लड्डुओं से तुलवा रहे थे, आतिशबाजी करवा रहे थे, ढोल-नगाड़े बजवा रहे थे, खुद पर फूलों की बारिश करवा रहे थे, नारेबाजी हो रही थी। कांग्रेस में मानो कांग्रेस नेता द्वारा कांग्रेस द्वारा बहिष्कृत पत्रकार स्व. मुकेश चंद्रकार की हत्या के बाद जश्न का माहौल नजर आ रहा था। कांग्रेसी नेता अंतिम संस्कार में तो शामिल नहीं हुए, लेकिन यह जश्न मनाते भी उन्हें शर्म नहीं आई।
श्रीवास्तव ने कहा कि इससे अमानवीय, संवदेनहीन, निर्मम, नृशंस, निर्दयतापूर्ण, असभ्य, अशालीन, असामाजिक, कुकृत्य-दुष्कृत्य, जितने भी खराब शब्द हो सकते है, वे सारे शब्द कांग्रेस की राजनीतिक अपसंस्कृति के आगे बौने हैं, श्री श्रीवास्तव ने इस बात के लिए भी कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा कि कांग्रेस ने अब तक एक सच्चे पत्रकार को अपमानित करने के लिए माफी नहीं मांगी है। इससे शर्मनाक दृश्य किसी भी प्रदेश के राजनीतिक इतिहास में देखा नहीं गया है। बेशर्मी की पराकाष्ठा तो यह है कि युवा पत्रकार की निर्ममता से हत्या करने वाले कांग्रेस नेता सुरेश चंद्रकार को अब तक कांग्रेस पार्टी ने निष्कासित तक नहीं किया है। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में चल रही प्रदेश की भाजपा सरकार ने युवा पत्रकार स्व. मुकेश चंद्रकार की हत्या के मुख्य आरोपी सुरेश चंद्रकार सहित सभी आरोपियों को पकडऩे में सफलता हासिल की है, आरोपियों के बैंक खातों को सील किया गया है। साथ ही, आरोपियों के अवैध ठिकानों पर बुलडोजर कार्रवाई भी की गई है। सरकार ने तुरंत ही इस मामले की जाँच के लिए एसआईटी का गठन भी कर दिया है। साथ ही मुख्यमंत्री श्री साय ने पत्रकार सुरक्षा कानून को जल्द लागू करने की बात भी कही है। रायपुर के पत्रकार साथियों से भी श्री साय ने मुलाकात कर उनसे चर्चा की है। श्री साय के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार स्व. मुकेश चंद्रकार को न्याय दिलाने पूरी तरीके से प्रतिबध्द है।
पत्रकारों ने सवाल किया कि स्व:मुकेश चंद्रकार ने साथ तीन और पत्रकारों को कांग्रेस ने बहिष्कृत किया था क्या उनकी जान को खतरा हो सकता है क्या भाजपा उन्हें सुरक्षा देगी?
इस पर जवाब देते हुए भाजपा प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा इस विषय पर कुछ राष्ट्रीय पत्रकारों के भी एक्स पोस्ट सामने आए है जिसमें उन्होंने यह अंदेशा जताया है कि एक पत्रकार के कांग्रेस द्वारा बहिष्कार के बाद उसकी हत्या कांग्रेस नेता द्वारा हुई है तो यह बेहद गंभीर मामला है कांग्रेस द्वारा बहिष्कृत बाकी पत्रकारों की सुरक्षा की मांग होने पर सरकार जरूर उन्हें सुरक्षा देगी। इस दौरान प्रेस ब्रीफ में प्रदेश भाजपा मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी उपस्थित थे।