Chhattisgarh
रायपुर एम्स का एआई सिस्टम, सेकंडों में पकड़ रहा हार्ट अटैक का खतरा

रायपुर एम्स ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पर आधारित इंटेलिजेंट इमरजेंसी केयर सिस्टम (आईईसीएस) विकसित किया है, जो मिनटों में हार्ट अटैक के खतरे का पता लगा सकता है।
आर्टिफिशल इंटेलिजेंस काम कैसे करता है
- ईसीजी और डेटा: मरीज का ईसीजी, ब्लड प्रेशर और पल्स रेट सिस्टम में डाला जाता है।
- लक्षणों का विश्लेषण: डॉक्टर मरीज के लक्षणों से संबंधित सवालों के जवाब दर्ज करते हैं।
- रिपोर्ट: सिस्टम रिस्क फैक्टर की रिपोर्ट निकाल देता है और इलाज का अगला कदम तय हो जाता है।
क्या लाभ है इसके:
- तेज इलाज: मिनटों में मरीज का रिस्क पकड़कर गोल्डन आवर में जान बचाने की संभावना बढ़ जाती है।
- गांव-गांव सुविधा: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के डॉक्टर सीधे एम्स के विशेषज्ञों से जुड़ सकेंगे।
- डिजिटल कार्डियोलॉजिस्ट: मौके पर स्पेशलिस्ट न होने पर भी सही दवा और प्राथमिक इलाज तय हो जाएगा।
आंकड़े:
- 20 हजार मरीजों पर ट्रायल: 90 फीसदी मामलों में सिस्टम सटीक साबित हुआ।
- युवाओं में खतरा: 60 फीसदी मरीज 28 से 35 साल के युवा थे।
