चंद्रगिरि में आचार्य विद्यासागर की समाधि स्मारक का केन्द्रीय मंत्री अमित शाह ने किया भूमिपूजन
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डोंगरगढ़। आचार्य विद्यासागर महाराज की प्रथम समाधि स्मृति दिवस में शामिल होने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार को डोंगरगढ़ चंद्रगिरि तीर्थ स्थल पहुंचे। यहां उन्होंने समाधि स्थल को नमन करने के बाद आचार्य विद्यासागर महाराज की बनने वाली समाधि स्मारक का भूमिपूजन भी किया। शाह ने आचार्यश्री के चांदी का फोटो व अष्टधातु से बने चरण का अनावरण भी किया। राजकट्टा में चंद्रगिरि पर्वत के किनारे साढ़े चार एकड़ जमीन पर 54 फीट ऊंचा विद्यासागर का स्मारक बनाएगा जाएगा। स्मृति दिवस महोत्सव में देशभर के जैन संत शामिल होने यहां पहुंचे हैं।
बता दें इसी स्थान पर उन्हें समाधि दी गई थी। सुबह सात बजे मंगलाष्टक, अभिषेक, शांतिधारा पूजन, आचार्य छत्तीसी विधान एवं विश्वशांति महायज्ञ किया गया। इस दौरान आचार्यश्री के 108 चरण चिह्नों का लोकार्पण, समाधि स्मारक का भूमिपूजन किया गया।समाधि स्मारक समिति विद्यायतन के पदाधिकारियों ने बताया कि जैनाचार्य के नाम से 100 रुपए का सिक्का जारी किया गया। इसका वजन 35 ग्राम है। एक तरफ ध्यान में लीन आचार्यश्री दिखेंगे, तो दूसरी तरफ सत्यमेव जयते के साथ अशोक स्तंभ और 100 रुपए लिखा है।डाक विभाग ने भी एक कवर पेज आचार्यश्री के नाम पर बनाया है। 54 फीट ऊंचा स्मारक के अलावा एक म्यूजियम भी बनाया जाएगा। साथ ही आचार्य विद्यासागर महाराज का होलोग्राम स्टैचू भी लगाया जाएगा।
देशभर के मंदिरों को भेजेंगे चरण चिह्नों को
बता दें कि आचार्य विद्यासागर महाराज ने 18 फरवरी 2024 की देर रात चंद्रगिरि तीर्थ में समाधि ली थी। हालांकि, हिंदू तिथि के अनुसार उनका प्रथम समाधि दिवस आज मनाया जा रहा है। आचार्य के चरण चिह्न अष्टधातु से बनाए गए हैं।
100 किलो वजनी इन चरण चिह्नों को देश के अलग-अलग मंदिरों में भेजा जाएगा। प्रथम समाधि स्मृति दिवस महोत्सव में निर्यापक मुनि समता सागर महाराज, आगम सागर, पुनित सागर महाराज, संसघ ऐलक धैर्य सागर महाराज भी शामिल हो रहे हैं।
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