एलआईसी एजेंट हुआ स्पीड पोस्ट की आनलाइन डिलीवरी के नाम पर एक लाख की ठगी का शिकार
रायपुर। एलआईसी एजेंट को बिलासपुर में पढ़ाई कर रही बिटिया को स्पीड पोस्ट के माध्यम से पुस्तक भेजना भारी पड़ गया और स्पीड पोस्ट की आनलाइन डिलीवरी के नाम पर एक लाख रुपये के ठगी के शिकार हो गए। देवेंद्र नगर डी -22/ सेक्टर 5 निवासी संजय कुमार खांजोड़े ने अपने साथ हुई आनलाइन ठगी की रिपोर्ट कल रात दर्ज करवाया। फिलहाल पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 2 मार्च 23 को बिलासपुर मे अपनी पुत्री प्रियंका खानजोडे को मेडिकल से संबधित पुस्तक स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेजा था। उसे बुक न मिलने पर संजय ने टोल फ्री नंबर पर इंनक्वारी कॉल किया। किसी व्यक्ति के द्वारा फोन उठाया और उसने कहा कि आपकी डाक पोस्ट आफिस में होल्ड पर रखी गई है उसे अनहोल्ड करना पड़ेगा। इस पर संजय ने उससे अनहोल्ड करने कहा। इस पर फोन नंबर 8777743685 के धारक उस अज्ञात व्यक्ति ने एक लिंक भेज उसे ओपन करके उसमे 2 रूपये भेजने कहा। संजय ने ऐसा ही किया। उसके बाद भी बेटी को पोस्ट नहीं मिला तो संजय ने 3 मार्च को पुन: शाम करीबन 06.30 बजे उससे बात की। और उसने कहा कि डाक कल 4 मार्च को हर हाल मे मिल जायेगा। ये कहकर फोन काट दिया और 4 मार्च को अचानक रात्रि करीबन 08.30 बजे मैसेज चेक कर रहा था तो उसमे मैने देखा की 07.39 और 07.44 मिनट पर दो बार 49999 रूपये कुल रकम 99998 रूपये की रकम खाते से निकल गई है। तो तुरंत अपने यूपीआई नंबर बैंक से बात कर ब्लाक कर दिया।
उक्त राशि मेरे यूनियन बैंक के खाते से निकाली गई है इसके अलावा बैंक ऑफ बडौदा के खाते से 5 मार्च 23 को सुबह 9 बजे 500 रुपये निकला गया। इस तरह स्पीड पोस्ट की डिलिवरी कराने के नाम पर अज्ञात व्यक्ति ने दो बार में 4999 रूपये एवं 500 रुपये कुल 100498/रू की साईबर ठगी की। देवेंद्र नगर पुलिस ने धारा 420 दर्ज कर साइबर सेल की मदद से पड़ताल शुरू कर दी है।