कल पूरी दुनिया को पीएम मोदी कराएँगे योग: ओपी चौधरी

रायपुर। प्रदेश के वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने कहा है कि कल पूरी दुनिया “योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ” की थीम के साथ 11वाँ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने जा रही है। गत दस वर्षों में भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से योग को दुनिया में अपना उचित स्थान मिला है। श्री चौधरी ने कहा कि भारत सरकार के प्रयासों का ही परिणाम है कि भारत की योग आधारित अर्थव्यवस्था कुल 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक की हो चुकी है और 1 लाख से अधिक प्रमाणित योग शिक्षक दुनिया के 190 देशों में योग सीखने-सिखाने का कार्य कर रहे हैं।
वित्त मंत्री चौधरी ने शुक्रवार को यहाँ एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में आहूत पत्रकार वार्ता में बताया कि राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) के हाल ही में हुए सर्वेक्षण में पाया गया कि देश के 2.5 करोड़ घरों में, जो कि देश की आबादी का लगभग 8% है, कम-से-कम एक सदस्य नियमित योग करता है। यह योग के भारतीय जीवन शैली से जुड़ाव को दिखाता है और यह स्थापित करता है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार आम भारतीय के जीवन की प्राथमिकताओं पर चल रही है। श्री चौधरी ने कहा कि आज के इस कठिन दौर में, जहाँ बीमारियों और जनसंख्या दोनों ही तेज़ी से बढ़ रही हैं, योग एक ऐसा माध्यम है जिससे हम सभी एक स्वस्थ, संतुलित और खुशहाल जीवन जी सकते हैं। योग केवल शरीर की क्रियाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आत्मा, मन और चेतना को जोड़ने वाली एक जीवनशैली है। भारत, जो योग की भूमि है, ने सदियों से इसे संरक्षित और प्रचारित भी किया है। यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर है और आज विश्वभर में इसके वैज्ञानिक लाभों को स्वीकार किया जा रहा है। श्री चौधरी ने कहा कि भारत जैसा कोई दूसरा देश शायद ही हो, जिसका इतना व्यापक, समृद्ध और जीवंत सांस्कृतिक इतिहास रहा हो। जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में यह प्रस्ताव रखा कि 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाए, तब बहुत-से लोग जो पहले योग का मज़ाक उड़ाया करते थे, उन्हें यह कल्पना भी नहीं रही होगी कि यह पहल एक दिन वैश्विक आंदोलन का रूप ले लेगी। इस ऐतिहासिक क्षण में 177 देशों ने एक स्वर में इस प्रस्ताव का समर्थन किया।
