मां गंगा को अपमानित और हिंदुओं की आस्था को गहरी चोट पहुंचाने वाला बयान पर भाजपा नेताओं ने किया कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष पर एफआईआर की मांग
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी ने महाकुम्भ के आयोजन को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े द्वारा महू में दिए गए बयान को घोर सनातन विरोधी और घृणित सोच का परिचायक बताते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग करते हुए सिविल लाइन थाने में आवेदन सौंपा। इस दौरान भाजपा प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव, जिलाध्यक्ष रमेश सिंह ठाकुर, प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी, विधि प्रकोष्ठ के संयोजक जेपी चंद्रवंशी और सह संयोजक बृजेश पांडे उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि ऐसे पवित्र अवसर पर कांग्रेस ने एक बार फिर अपने सनातन विरोधी राजनीतिक चरित्र का परिचय दिया है। कांग्रेस के अ.भा. अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने सनातन धर्मप्रेमियों की आस्था पर आघात करते हुए इस आयोजन को लेकर जो बयान दिया है, सनातनप्रेमियों के साथ ही भारतीय जनता पार्टी भी उसे घोर आपत्तिजनक मानते हैं। मल्लिकार्जुन खडग़े ने मध्यप्रदेश के महू में महाकुंभ के आयोजन को लेकर कहा है, ‘गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी खत्म होगी क्या? आपको खाना मिलता है क्या? जब बच्चा भूखा मर रहा है, बच्चा स्कूल नहीं जा रहा, मजदूर को मजदूरी नहीं मिल रही, तब हजारों रुपये खर्च करके कम्पटीशन में डुबकियां मार रहे हैं। ऐसे लोगों से देश की भलाई नहीं होने वाली है।’ भाजपा नेताओं ने कहा कि खडग़े के इस बयान से सनातन धर्म में आस्था रखने वाले भारत सहित विश्व के कोटि-कोटि जन की भावनाएँ आहत हुई हैं, जो महाकुंभ में संगम स्नान कर स्वयं को धन्य अनुभव कर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने इस सनातन विरोधी बयान के जरिए कांग्रेस की संकीर्ण और तुच्छ सोच का परिचय देकर सनातन प्रेमियों के माँ गंगा और महाकुंभ के प्रति विश्वास को ठेस पहुँचाई है। खडग़े का यह बयान घृणित मानसिकता का द्योतक है। खडग़े के इस बयान से समाज का सौहार्द्रपूर्ण वातावरण बिगडऩे की आशंका बलवती हो चली है इससे देश में हिंसक संघर्ष फैल सकता है और स्थिति अनियंत्रित हो सकती है।
भाजपा नेताओं ने सिविल लाइन थाने में ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि महाकुंभ के आयोजन को लेकर महू में दिए गए आपत्तिजनक व घोर सनातन विरोधी बयान के परिप्रेक्ष्य में प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज कर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए,ताकि सामाजिक सौहाद्र बना रहे।