अहिल्या बाई की प्रेरणा से सामाजिक कार्य करने का लिया संकल्प

रायपुर। महाराष्ट्र मंडल के सुंदर नगर महिला केंद्र की महिलाओं ने रानी अहिल्याबाई होल्कर के जीवन को आत्मसात कर सामाजिक कार्य करने का संकल्प लिया। यह संकल्प महिलाओं ने महाराष्ट्र मंडल के सुंदर नगर केंद्र की मासिक बैठक में लिया। वहीं नए सदस्यों को जोड़ने के लिए और महिला दिवस के कार्यक्रम को लेकर चर्चा की गई।
मंडल की महिला प्रमुख विशाखा तोपखानेवाले ने रानी अहिल्याबाई होल्कर के जीवन में प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि रानी अहिल्याबाई महिलाओं के सशक्तिकरण पर विशेष जोर देती थीं। उन्हें रोजगार से जोड़ने के लिए हाथ करघा के वस्त्रों का उपक्रम शुरू करवाया था। हाथ करघा की साड़ियां बेहतर क्वालिटी के हों, इसके लिए उन्होंने महेश्वर से सिद्धहस्त कारीगरों को अपने राज्य में बुलाकर बसाया था, ताकि महिलाएं उनके हुनर को सीखकर खुद भी खूबसूरत साड़ियां बना सकें। नतीजतन उनके शासनकाल में महेश्वर की साड़ियां पूरे देशभर में प्रसिद्ध हुईं।
विशाखा के अनुसार लोकमाता अहिल्याबाई इसी तरह मंदिरों के जीर्णोद्धार के साथ बड़े पैमाने पर धर्मशाला, भोजनालय, सराय, नदी घाट का निर्माण कराया। इनमें भी महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका का विशेष ध्यान रखा गया। इसी तरह अहिल्याबाई गरीबों के सेवार्थ अनेक कार्य प्रतिदिन क्या करती थीं। उनके द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों ने समाज में बड़ा बदलाव लाया था।
बैठक का आयोजन सुंदर नगर स्थित उद्यान में किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। बैठक में स्मिता टेंबे, हार्दिका बोबडे, अर्चना शिवनकर, अर्चना दंडवते, सुजाता निंबालकर, भारती पलसोदकर, स्वाती किरवई, ज्योति किरवई, मनीषा चन्नावर, शिखा खांडेकर, सुरेखा बक्शी, प्रिया बक्षी, वनिता आपुरकर, वर्षा रावत, सुषमा काले, सौदामिनी बर्वे, विशाखा तोपखानेवाले, अपर्णा देशमुख सहित अनेक महिलाएं उपस्थित थीं।
