सुप्रीम कोर्ट ने हाल में हुए चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर गहरी नाराजगी जताई है और इसे लोकतंत्र की हत्या करने जैसा बताया. कोर्ट ने कहा कि मेयर चुनाव सही तरीके से कराया जाना सबसे अहम है. आम आदमी पार्टी की ओर से पेश हुए वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कोर्ट में कहा कि नियुक्त रिटर्निंग ऑफिसर बीजेपी के हैं. वह पार्टी में एक्टिव भी है और उन्हें यह पद दिया गया. इस पर कोर्ट ने अभिषेक मनु सिंघवी से वीडियो फुटेज का पैन ड्राइव मांगा है.
CJI जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सुनवाई के दौरान कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या करने जैसा है. इस आदमी पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए. यह लोकतंत्र के साथ मजाक है. यह रिटर्निंग ऑफिसर का व्यवहार है. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने पूरे मामले पर नोटिस जारी कर दिया. सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि हाईकोर्ट चुनाव सही तरीके से कराने में असफल रहा है.
मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने वकील मनिंदर सिंह कहा, “यह स्पष्ट है कि उन्होंने मतपत्रों को गड़बड़ कर दिया. उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए, वह कैमरे की ओर क्यों देख रहे हैं, वकील साहब यह लोकतंत्र का मजाक है और लोकतंत्र की हत्या है, हम आश्चर्यचकित हैं. क्या एक रिटर्निंग ऑफिसर का यही व्यवहार होता है. जहां भी नीचे क्रॉस है वह उसे छूता नहीं है और जब वह ऊपर होता है तो वह उसे बदल देता है, कृपया रिटर्निंग अधिकारी को बताएं कि सुप्रीम कोर्ट उस पर नजर रख रहा है.”