एससी, एसटी को नेता प्रतिपक्ष क्यों नहीं बनाया? राहुल गांधी के बयान पर सांसद बृजमोहन का पलटवार
रायपुर। रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने सोमवार को लोकसभा में केंद्रीय बजट 2024 पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया।
बृजमोहन अग्रवाल ने अपने भाषण में कहा कि, मैं माननीय मोदी के तीसरे कार्यकाल में 48 लाख 21 हजार करोड़ रुपए के बजट का स्वागत करता हूं। तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी को बहुत-बहुत बधाई देता। उन्होंने कहा कि, इस देश की जनता सदियों से गुलामी का दंश झेलती आई है, कभी मुगलों की, कभी अंग्रेजों की तो कभी कांग्रेस की। बजट के बाद इस देश की जनता को लग रहा है कि, “सुनहरा लग रहा है एक-एक पल, कई दशकों बाद देश में तब्दीली हुई है”।
उन्होंने विपक्ष में निशाना साधते हुए कहा कि, नेता प्रतिपक्ष जब खड़े होते हैं तो, भारत जोड़ो के नारे लगते हैं, उन्होंने सवाल उठाया कि, इस देश को तोड़ने का काम किसने किया? भारत के टुकड़े कर पाकिस्तान किसने बनाया, कोको द्वीप बर्मा को किसने दिया? देश को बांटने वाले, आज देश जोड़ों का नारा लगा रहे है। जब डोकलाम विवाद चल रहा था तब राहुल गांधी चीनी दूतावास में क्या कर रहे थे? भारत की जनता उनकी हकीकत जान गई है। इसीलिए उन्होंने भरोसे के साथ मोदी सरकार बनाई है। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि वो छत्तीसगढ़ से हैं जो माता कौशल्या की जन्मभूमि है। छत्तीसगढ़ महाप्रभु वल्लभाचार्य की जन्मभूमि है। प्रभु राम हमारे भांजे है, छत्तीसगढ़ प्रभु राम का वन गमन मार्ग भी रहा है।
उन्होंने रामायण की चौपाई
“जाको प्रभु दारुण दुख देही ।
ताकी मति पहले हर लेही ।।”
दोहराते हुए कहा कि, राहुल गांधी और विपक्ष की मति को भगवान ने पहले ही हर लिया है। 99 सीटें लाने वाली कांग्रेस, 244 सीटें लाने वाली भाजपा को फेल बता रही है। उन्होंने कहा कि, सरकार की पीएम आवास, नल जल, कौशल विकास, महिला विकास आदि जन कल्याणकारी योजनाओं और 4 करोड़ नौकरी का फायदा सभी को मिलेगा। मोदी जी ने इस देश को 4 जातियों में बांटा है जो युवा, किसान, महिला और गरीब हैं। अगर इनका विकास होता है तो देश का विकास होगा।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, आप इस बजट का विरोध कर रहे हैं क्योंकि आपको इस देश का विकास पसंद नहीं है। किसानों, महिलाओं, युवाओं का विकास पसंद नहीं है। देश की सीमाओं का विकास पसंद है। विपक्ष को पसंद है तो सिर्फ और सिर्फ कुछ परिवारों का विकास जो माननीय नरेन्द्र मोदी के रहते कभी संभव नहीं है। और बजट के विरोध का यही एक मात्र कारण है। माननीय नरेन्द्र मोदी जी के लिए देश प्रथम है। विपक्ष के लिए परिवार प्रथम है। एससी, एसटी, ओबीसी की बात करने वाले राहुल गांधी ने किसी एससी, एसटी, ओबीसी सांसद को नेता प्रतिपक्ष क्यों नहीं बनाया?
उन्होंने अपने भाषण में कहा कि, हिन्दुस्तान को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने वाले उद्देश्य को लेकर माननीय वित्त मंत्री जी द्वारा प्रस्तुत इस बजट का समर्थन करता हूं। यह बजट माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपनों की सिद्धी का बजट हैं। विपक्ष के ये वो लोग है जो जनता के नकारें जाने के बाद भी अपने आप को जनता का हमदर्द बता रहे हैं। और बजट का विरोध कर रहे हैं। यह बजट हिन्दुस्तान के 141 करोड़ जनता के सपनों को पूरा करने का बजट है।
यह महिलाओं के उत्थान का बजट है। यह बजट हिन्दुस्तान के अन्नदाता किसानों की तरक्की का बजट है। यह हिन्दुस्तान के सपनों को गढ़ने वाले युवाओं का बजट है। यह हिन्दुस्तान को आर्थिक महाशक्ति बनाने का बजट है।
विपक्ष को या तो बजट पढ़ना नहीं आता या उनमें दृष्टिदोष हैं। बजट को लेकर विपक्ष जनता में भ्रम की स्थिति पैदा कर रही है। इस बजट में अन्नदाता किसानों को, गरीबों को, महिलाओं को, युवाओं को जो सुविधाएँ दी जा रही है, क्या पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, हिमांचल, तमिलनाडु, तेलंगाना, केरल, दिल्ली की जनता को नहीं मिलेगा।
बजट का आबंटन हर राज्य को मिलेगा। फिर कैसे इन प्रदेशों की उपेक्षा। माननीय नरेन्द्र मोदी का ही दम है, जिसने लक्वे ग्रस्त अर्थव्यवस्था को पटरी पे ले आए है। कांग्रेस ने देश को 11वें नम्बर पर रखा था, जो अब 10 साल में 5वें नंबर पर पहुंच गया है, व आने वाले 5 वर्षों में तीसरे नंबर पर पहुंच जाएगा। यह बजट हिन्दुस्तान को सशक्त, शक्तिशाली, स्वाभिमानी, आत्मनिर्भर बनाने का बजट हैं। यह बजट ऐतिहासिक सुधार का बजट है, विकसित भारत का बजट है।