लोकसभा चुनाव के छठे चरण में 58 सीटों पर कल होगी वोटिंग, कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर
Lok Sabha Elections के छठे चरण में दिल्ली की सभी सात सीट सहित छह राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की 58 सीट पर गुरुवार को चुनाव प्रचार समाप्त हो गया। राष्ट्रीय राजधानी के अलावा उत्तर प्रदेश की 14, हरियाणा की 10, बिहार और पश्चिम बंगाल की आठ-आठ, ओडिशा की छह, झारखंड की चार और जम्मू-कश्मीर की एक सीट पर शनिवार को मतदान होगा। अब तक 25 राज्य व केंद्र शासित प्रदेशों और 543 में से 428 सीट पर मतदान पूरा हो चुका है।
अंतिम चरण के तहत मतदान एक जून को होना है और मतगणना चार जून को होगी। छठे चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में संबलपुर (ओडिशा) से धर्मेंद्र प्रधान (भाजपा), उत्तर पूर्वी दिल्ली से मनोज तिवारी (भाजपा) व कन्हैया कुमार (कांग्रेस), सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश) से मेनका गांधी (भाजपा), अनंतनाग-राजौरी (जम्मू और कश्मीर) से महबूबा मुफ्ती (पीडीपी), तमलुक (पश्चिम बंगाल) से अभिजीत गंगोपाध्याय (भाजपा), करनाल से मनोहर लाल खट्टर, कुरुक्षेत्र से नवीन जिंदल और गुरुग्राम सीट से राव इंद्रजीत सिंह शामिल हैं।
प्रचार के आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पंजाब और हरियाणा में एक-एक रैली की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘इंडिया’ गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि गाय के दूध देने से पहले ही उसके घटक दलों में ‘घी’ को लेकर लड़ाई शुरू हो गई है। मोदी ने दोहराया कि जब तक वह जीवित हैं, दलितों और आदिवासियों का आरक्षण कोई नहीं छीन सकता। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने एक दिन पहले पश्चिम बंगाल में 2010 से कई वर्गों को दिए गए ओबीसी दर्जे को अवैध करार दिया, जिसका संदर्भ देते हुए मोदी ने ‘इंडिया’ गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि गठबंधन का ‘तुष्टिकरण का जुनून’ हर सीमा को पार कर गया है। मोदी ने बुधवार को यहां एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा था, ”आज ही, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने ‘इंडी’ गठबंधन को बड़ा तमाचा जड़ा है। अदालत ने 2010 से जारी किए गए सभी ओबीसी प्रमाणपत्र रद्द कर दिए हैं। क्यों? क्योंकि पश्चिम बंगाल सरकार ने महज वोट बैंक की खातिर मुसलमानों को अवांछित ओबीसी प्रमाण पत्र जारी किए।”