धर्म बदलने पर ग्रामीणों ने शव का गांव में अंतिम संस्कार से रोका

बालोद। जेवरतला गांव में धर्म परिवर्तन को लेकर मृतक के अंतिम संस्कार पर विवाद दो दिनों तक जारी रहा। जानकारी के अनुसार, 50 वर्षीय रमन लाल साहू की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। जब परिवारजन उनका शव गांव लाने की तैयारी कर रहे थे, तो ग्रामीणों ने इसका विरोध कर दिया। ग्रामीणों का आरोप था कि रमन और उसके परिवार ने ईसाई धर्म अपना लिया है, इसलिए गांव में उनका अंतिम संस्कार नहीं किया जा सकता। विरोध के चलते शव को गांव से करीब 5 किलोमीटर दूर एम्बुलेंस में ही रोक दिया गया।
शनिवार दोपहर से देर रात तक प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर मौजूद रहे और स्थिति को शांत करने की कोशिश करते रहे। अंततः रविवार को ग्रामीणों और प्रशासन की बैठक के बाद निर्णय लिया गया कि रमन लाल का अंतिम संस्कार गांव में नहीं, बल्कि सांकरा के कब्रिस्तान में किया जाएगा। वहीं, मृतक के परिजन अंतिम दर्शन के लिए शव को घर लाने की मांग पर अड़े रहे, लेकिन ग्रामीणों ने इसकी अनुमति नहीं दी। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और प्रशासन शांति बनाए रखने के लिए गांव में निगरानी कर रहा है।






