राणी सती मंदिर समिति में आयोजित दो दिवसीय “अमावस्या मेला” संपन्न
राणी सती मंदिर समिति राजा तालाब रायपुर में आयोजित दो दिवसीय अमावस्या मेला जिसका शुभारम्भ 2 सितंबर को शाम 7 बजे से दादीजी के नैना विराम श्रृंगार दर्शन, ज्योति दर्शन व रात्रि जागरण के साथ आरम्भ हुआ व रात्रि 1 बजे को छप्पन भोग का प्रसाद वितरण हुआ जो सुबह 4 बजे आरती तक भजनों की प्रस्तुति की गई ।
आज मंगलवार को भादो अमावस्या के अवसर पर विशेष पूजन किया गया। मंगलवार की सुबह 7 बजे आरती एवं वैदिक मत्रोच्चारण के साथ मंदिर का पट खुलते ही दादीजी के जयकारे से मदिर परिसर गूंज उठा। दादीजी की देहली में जल चढ़ाकर, रोली – मेहंदी – चावल – काजल की तेराह तरह से टिक्की लगाकर मौली का नाल एवं पुष्प चढ़कर दादीजी के भक्तो ने पारम्परिक राजस्थानी वेश-भूषा में सह-परिवार शीश नवाकर जात धोक का पूजन कर सुख शांति एवं समृद्धि का आशीर्वाद माँगा।
दोपहर 2 बजे से सामूहिक संगीतमय दादीजी का मंगल पाठ 5 बजे तक किया गया। तदपश्चात आमंत्रित भजन गायक निशा सोनी एंड पार्टी, कोलकाता , मनोज सेन एण्ड पार्टी, धनबाद द्वारा अपने भजनो जैसे “सिंह पे सवार होक आई दादी जी…..”, “सराव सुहागन मिल मंदिरये में आई…..” आदि भजनो से दादीजी को रिझाते रहे और गायको के सुमधुर वाणी से श्रद्धालुजन अपनी भक्ति में भाव-विभोर होकर नृत्य करने लगे। अतिथि कलाकारों द्वारा अपने भजनो के माध्यम से दादीजी का गजरा उत्सव, मेहंदी उत्सव, मुकलावा, चुनड़ी उत्सव आदि कर पुरे कार्यक्रम को अविश्वसनीय महोत्सव का रूप दिया और भक्तजनो ने भी उनका भरपूर साथ देकर कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना सहयोग दिया।
मंदिर समिति के प्रचार प्रसार प्रभारी श्री कैलाश अग्रवाल जी ने बताया की इस साल का ये उत्सव ऐसा आधात्मिक, सुखद और स्वर्णिम होगा इसकी कल्पना भी नहीं थी। इस दो दिवसीय अमावस्या मेले में छत्तीसगढ़ राज्य सहित प्रांत के बहार से आये श्रद्धालु बड़ी संख्या में शामिल हुए और सबने अपने परिवार, व्यापार एवं आत्म शांति के लिए पूजा की व श्री दादीजी के आशीर्वाद से अभिभूत हो गए।