कोरिया। जिले वनमंडल के सोनहत रेंज में हुई बाघ की मौत के मामले में पिछले तीन दिनों से जांच चल रही है लेकिन अब तक कुछ सामने नही आ सका है । बाघ के बिसरा को फॉरेंसिक जांच के लिए उत्तरप्रदेश के बरेली स्तिथ इंडियन वेटनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट भेजा गया है जहा से रिपोर्ट मिलने के बाद ही कुछ सामने आ सकेगा । वही गोमारडा डॉग स्क्वायड की टीम तीन दिन से जांच में जुटी हुई है साथ ही वन विभाग की सँयुक्त टीम भी संदिग्ध ग्रामीणों से पूछताछ कर रही है ।
आठ नवम्बर को सोनहत रेंज के गरनई बीट में बाघ मृत मिला था वन विभाग ने जहरखुरानी से मौत की संभावना जताई है । गुरुघासीदास राष्ट्रीय उद्यान जिसे टाइगर रिजर्व बनाने की प्रक्रिया चल रही है वहा अब तक तीन बाघ की मौत हो चुकी है ऐसे में सवाल भी खड़े हो रहे है। भाजपा नेता के पी सिंह ने बाघ की मौत को लेकर यहां तक कह दिया कि वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी निर्माण कार्यो में व्यस्त रहते है उन्हें अपने मुख्यालय में रहने का समय नही है और न ही वह फील्ड में नजर आते है ऐसे लोगो पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए । देखना होगा कि बाघ की मौत मामले की जांच कब तक पूरी होती है और क्या कुछ निकलकर सामने आता है ।