छैलडोंगरी में देव दशहरा पर मन्नत पूरी होने हज़ारों श्रद्धालु जुटे

गरियाबंद। गोहरापदर छैलडोंगरी में क्वांर से पहले पड़ने वाले मंगलवार को देव दशहरा मनाया जाता है। इस क्षेत्र में इसे मानाने के धार्मिक रिवाज है। इस दौरान यहाँ माता काली की पूजा की जाती है । इस बार भी बड़े धूमधाम से मनाया गया। मनोकामना पूर्ण होने पर हजारों श्रद्धालु जुटे थे। इस पूजन में दशहरा स्थल पर महिलाओं का प्रवेश वर्जित है। इलाके के 7 पाली में आने वाले गांव में तीन पीढ़ी पहले आपदा आयी थी। उस दौरान बहू-बेटी बीमार होकर मौत के मुंह में समा जाती थी। बुजुर्गों को पता चला कि मां काली को किसी ने छोड़ दिया है, जो पलना गोसीएन नाम से है।
मां काली की इस स्वरूप को अखरा कुंभ तिथि यानी क्वांर से पहले पड़ने वाले मंगलवार को पूजन कर शांत करने का हल निकाला गया। पहले सात पाली में आने वाले 11 गांव के लोग ही पूजन करते थे।अब मनोकामना पूरी होते पर दिनों दिन श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी।
