BJP Adhiveshan : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जारी भाजपा के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन 2024 में पार्टी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन किया. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और भाजपा नेताओं ने आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के निधन पर एक मिनट का मौन रखा. भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कह कि 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का गठन किया और इसके परिणामस्वरूप, राम मंदिर का निर्माण कार्य तेज गति से चला और सिर्फ 4 वर्षों में 22 जनवरी को श्री रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई.
भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इस अधिवेशन के बाद 2047 का भारत कैसा होगा इसका PM मोदी का संदेश लेकर हम हर चुनाव क्षेत्र में जाएंगे… पूरे देश में कही संशय नहीं है, देश ने तय किया है कि PM मोदी ही फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे. अमित शाह ने कहा कि 75 साल में इस देश ने 17 लोकसभा चुनाव, 22 सरकारें, 15 प्रधानमंत्री देखें हैं. देश में जितनी सरकारें आईं सबने समयानुकूल विकास करने का काम किया… लेकिन समग्रता से हर क्षेत्र का, हर व्यक्ति का विकास सिर्फ PM मोदी के 10 साल के कार्यकाल में हुआ है.
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि आज अधिवेशन का दूसरा दिन है. कल पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने हमें संबोधित किया था और उन्होंने भाजपा के ज्ञान(GYAN) को नए तरीके से परिभाषित किया. ग का मतलब गरीब, य का मतलब यूथ, ए से अन्नदाता और न से नारी, इन चार बिंदुओं पर फोकस करने के लिए कहा था.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इस देश में 2G, 3G और 4G पार्टियां है. 2G का मतलब घोटाला नहीं है. 2G का मतलब 2 जेनरेशन पार्टी… 4 पीढ़ी तक इनका नेता नहीं बदलता… अगर कोई आगे बढ़ गया तो ये उसका हश्र कर देते हैं, कई सारे ऐसे हश्र किए हुए लोग आज भाजपा में शामिल होकर लोकतंत्र की यात्रा में जुड़े हैं.मित शाह ने कहा कि इनकी(INDIA गठबंधन) राजनीति में उद्देश्य क्या है? PM मोदी आत्मनिर्भर भारत, 2047 के भारत का लक्ष्य रखते हैं. सोनिया गांधी का लक्ष्य राहुल गांधी को PM बनाना, पवार साहब का लक्ष्य बेटी को CM बनाना, ममता दीदी का लक्ष्य भतीजे को CM बनाना, स्टालिन का लक्ष्य बेटे को CM बनाना, लालू यादव का लक्ष्य बेटे को CM बनाना, उद्धव ठाकरे का लक्ष्य बेटे को CM बनाना और मुलायम सिंह यादव तो बेटे को CM बनाकर ही गए… जिनका लक्ष्य परिवार के लिए सत्ता हथियाना हो वह क्या गरीब का कल्याण करेगा?”