अवैध संबंध में रोड़ा बन रहा था बेटा, मां ने सुला दिया मौत की नींद
रीवा में एक महिला ने प्रेमी के लिए अपने ही 13 साल के बेटे का गला घोंट दिया। शव को पास के मकान में फेंक दिया। रात भर राेने का नाटक करती रही। पुलिस को गुमराह करने के लिए जेठ-जेठानी पर आरोप लगाया।
घटना पनागर थाना क्षेत्र के नष्टिगवां की है। पुलिस ने शुक्रवार को मामले का खुलासा किया। पुलिस ने आरोपी महिला नीतू गुप्ता और उसके प्रेमी जाहिर अली को गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार को नष्टिगवां में स्थित एक मकान में 13 साल के आदित्य पिता रामबाबू गुप्ता का शव मिला था। पीएम रिपोर्ट में गला घोंट कर हत्या करना सामने आया।
आरोपी महिला नीतू गुप्ता ने बताया, ‘ मेरा मायका सेमरिया में है। 18 साल पहले रामबाबू गुप्ता से शादी हुई थी। 13 साल का बेटा आदित्य 8वीं में पढ़ता था। सेमरिया में जाहिर अली रहता है। वह पेशे से ड्राइवर है। शादी से पहले उससे पहचान थी। दोनों एक-दूसरे से प्रेम करते थे। पति सतना में रहकर नौकरी करता है। घर में मैं और बेटा रहते हैं। शादी के बाद भी जाहिर घर आया-जाया करता था। हम साथ में वक्त बिताते थे। ऐसा लंबेसमय तक चलता रहा। बेटे को यह पसंद नहीं था। इसे लेकर बेटा झगड़ा भी करता था। कहता था- इसे घर में क्यों बुलाती हो? इसका आना पसंद नहीं। मैं पापा को यह बात बताऊंगा।
इसके बाद 14 जुलाई को हम दोनाें को मिलना था, लेकिन आदित्य के डर से जाहिर को घर नहीं बुलाया। हमने सतना में मिलना तय किया। इस बात की भनक बेटे को लग गई। उसने झगड़ा भी किया फिर भी मैं सतना पहुंची। दूसरे दिन यानी सोमवार को प्रेमी जाहिर से मिलकर लौटी, तो बेटे भला-बुरा कहा। इससे मुझे बहुत गुस्सा आया। वह हम दोनों को जुदा कर देना चाहता था। मैंने यह बात जाहिर को बताई। उसने कहा- जब तक यह जिंदा रहेगा, हमारे बीच में रोड़ा बनता रहेगा। इसे रास्ते से हटा देना चाहिए। फिर तय कर लिया कि बेटा और प्रेमी में से मैंने जाहिर को चुना।
उसी वक्त बेटे आदित्य की हत्या का निर्णय लिया, ताकि वह दोबारा हमारे बीच में नहीं आ सके। चूंकि मैं उसकी मां हूं, इसलिए शक भी नहीं होगा। इसी रात यानी सोमवार को सोते में गमछे से बेटे का गला घोंट दिया। हालांकि बेटे ने खुद को छुड़ाने की कोशिश भी की, लेकिन मैंने नहीं छोड़ा। इस दौरान उससे बोलती गई कि अगर तू मेरे और जाहिर के बीच नहीं आता, तो तुझे नहीं मारती। उस पर गुस्सा निकाल दिया। थोड़ी देर में आदित्य दम तोड़ चुका था। किसी को पता नहीं लगे, इसलिए लाश को उठाकर घर के पास में स्थित निर्माणाधीन मकान में फेंक दिया।’