नक्सलवाद मुक्त छत्तीसगढ़ का संकल्प अब तेजी से हो रहा साकार – सीएम साय

रायपुर। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सशक्त नेतृत्व और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में बस्तर आज ऐतिहासिक परिवर्तन का साक्षी बन रहा है। आज पुन: सुकमा जिले में पूना मारगेम – पुनर्वास से पुनर्जीवन कार्यक्रम के तहत दरबा डिवीजन कमेटी सहित विभिन्न नक्सली संगठनों के 10 माओवादी कैडरों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा का मार्ग चुना है । इनमें 6 महिला माओवादी भी शामिल हैं, जिन पर कुल 33 लाख का इनाम घोषित था।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए यह जानकारी साझा किया। इस दौरान उन्होंने लिखा कि हिंसा के मार्ग में न वर्तमान सुरक्षित है, न भविष्य। छत्तीसगढ़ सरकार की विशेष पुनर्वास नीति आत्मसमर्पण करने वालों को सम्मान, सुरक्षा, आजीविका और समाज में पुनर्स्थापना की गारंटी देती है। मुख्यधारा में लौटकर वे अपने परिवारों के साथ स्थायी, सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन की नई शुरुआत कर सकते हैं। हमारा लक्ष्य स्पष्ट है, छत्तीसगढ़ को पूर्णत: नक्सलवाद मुक्त बनाना और बस्तर को विकास, विश्वास और अवसरों की नई पहचान देना।







