दो दिन में फुटबाल ग्राऊंड में गोलपोस्ट और बच्चों को जूते मिल जाना चाहिए, सोमवार को मैं स्वयं देखने आऊंगी – डॉ. वर्णिका

रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा ने 14 नवम्बर को खेल अकादमी के आवासीय परिसर में जाकर खिलाड़ी बालक और बालिकाओं से सीधे वन टू वन उनकी समस्याओं पर बात की। वहाँ उपस्थित आरचरी, एथेलेटिक्स, हॉकी और फुटबाल के खिलाडिय़ों ने अपनी कई समस्याओं की तरफ उनका ध्यान आकर्षित किया। डॉ. वर्णिका शर्मा ने सीधे बच्चों के सामने खड़े होकर और उनके साथ बैठकर उनकी पूरी समस्याएं सुनी और वहाँ मौके पर उपस्थित खेल विभाग के अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। इस बातचीत में पता चला कि बच्चों के फुटबाल के मैदान का गोलपोस्ट नहीं लगा है और बच्चों को कुछ खेल सामग्री नहीं मिली है। अधिकारियों ने बताया कि ये सामग्री दो तीन दिन पहले ही पहुँची है। इस पर कड़े तेवर दिखाते हुए डॉ. वर्णिका शर्मा ने कहा कि ये सामग्री अब स्टोर रूम में पड़ी रहकर धूल न खाये ये सुनिश्चित करिए और सोमवार तक सारी सुविधाएं उपलब्ध कराईये। उन्होंने सोमवार को स्वयं वहाँ पहुँचकर निरीक्षण कर की गई कार्यवाही पूर्ण होने का प्रमाण देखने का वादा बच्चों से किया।
बच्चों से बच्चों की बात शीर्षक से आयोजित इस कार्यक्रम में बच्चों ने बहुत अधिक आनंद लिया और खुलकर हंसी-मजाक भी किया। कार्यक्रम के अंत तक पहुँचते – पहुँचते तक बच्चे गीत गाने और नृत्य करने लगे , जिनके बीच डॉ. वर्णिका शर्मा भी शामिल हुईं। कुछ समस्याएं ऐसी भी पाई गई जिनका निराकरण मंत्रालय स्तर पर ही संभव था, जिसके लिए डॉ. वर्णिका शर्मा ने मंत्रालय स्तर पर खेल मंत्री से चर्चा कर निराकरण करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर खेल विभाग के अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग के बाल संरक्षण अमले के अधिकारी और संचालनालय महिला एवं बाल विकास विभाग के वरिष्ठ संयुक्त संचालक नंदलाल चौधरी उपस्थित थे। बच्चे इतने उत्साहित हो गये कि अंत में दोबारा आने का वादा लेकर ही उन्होंने आयोग की अध्यक्ष को छोड़ा।






