आईईडी धमाके में घायल बालिका का चेहरा वापस मिला, सीएम ने पढ़ाई सहित सभी जिम्मेदारी लेने की घोषणा
सुकमा। कोंटा विकासखंड अंर्तगत तिमारपुर में पिछले दिनों नक्सल धमाके से बुरी तरह घायल तेरह वर्ष की बालिका को सरकार, और डाक्टरों के प्रयासों से पखवाड़े भर बाद अपना चेहरा वापस मिल सका है। बालिका और उनके परिजनों ने सर्जन डॉ. सुनील कालड़ा से मिलकर आभार व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बालिका के स्वस्थ होने पर खुशी जताई है।
बताया गया कि सुकमा के कोंटा ब्लॉक के तिमारपुर गांव में नक्सलियों ने गत 12 जनवरी को सुरक्षा बलों को निशाने पर लेते हुए आईडी ब्लास्ट किया था, लेकिन वहां 13 साल की बालिका सोढ़ी मल्ले चपेट में आ गई, उसका चेहरा बुरी तरह झुलस गया। सुरक्षा बलों ने पहले उसे जगदलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल, और फिर वहां से रायपुर में कालड़ा बर्न एंड नर्सिंग सेंटर में दाखिल कराया। उपचार के बाद दो हफ्ते के भीतर बालिका की हालत में का$फी सुधार हुआ है, चेहरा पहले जैसा हो गया है। डॉ सुनील कालड़ा अपने और बालिका के परिजनों के साथ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से मुलाकात की, बालिका की पढ़ाई लिखाई समेत सारी जिम्मेदारी लेने की घोषणा की है। वहीं मुख्यमंत्री ने बालिका के बेहतर उपचार के लिए डॉ. कालदा की सराहना की।