डीजीपी कांन्फ्रेस में छत्तीसगढ़ की बिगड़ चुकी कानून व्यवस्था की भी समीक्षा की जाय – बैज

रायपुर। प्रदेश में हो रही देशभर के पुलिस महानिदेशको की कांन्फ्रेस में छत्तीसगढ़ की बद्तर कानून व्यवस्था की भी समीक्षा होनी चाहिये। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा डीजीपी कांन्फ्रेस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी आ रहे। यहां पर देश भर के राज्यों की कानून व्यवस्था पर चर्चा की जायेगी तथा राज्यों की कानून व्यवस्था की समीक्षा होगी एवं भविष्य की रणनीति भी बनाये जायेगी। ऐसे में इस कांन्फ्रेस में छत्तीसगढ़ के बिगड़ चुके कानून व्यवस्था के बारे में भी विचार किया जाना चाहिये।
पिछले वर्षो में छत्तीसगढ़ अपराध का गढ़ बन गया है। लूट, हत्या, बलात्कार, चाकूबाजी की घटनाआें के कारण पूरे प्रदेश में दहशत का माहौल है। छत्तीसगढ़ देश का ऐसा अकेला राज्य है, जहां पर कलेक्टर, एसपी कार्यालय जला दिया गया, अपराधी को गांव वालो ने उसके घर में जिंदा जला दिया, एसडीएम को जनता मारने दौड़ा दिया उसे जान बचाकर भगाना पड़ा। राज्य की राजधानी में 2 साल में गोलीबारी की घटना हो गयी, राज्य में मासूम बच्चियां महिलाएं सुरक्षित नहीं है। हर दिन बलात्कार और हर दूसरे दिन 3 सामूहिक दुराचार की घटनाएं हो रही है। राजधानी चाकू पुर बन गया है। ऐसे में छत्तीसगढ़ की बढ़ती अपराधिक घटनाओं को दृष्टांत मानकर डीजी कांन्फ्रेस में इस पर विमर्श होना चाहिये। छत्तीसगढ़ डीजीपी कांन्फ्रेस का मेजबान राज्य है अतः यहां की बिगड़ चुकी कानून व्यवस्था पर मंथन इस कांन्फ्रेस में होना ही चाहिये।
बैज ने कहा कि देश के हृदय स्थल में होने के बावजूद छत्तीसगढ़ में पाकिस्तान से ड्रग पहुंच रहा। पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन के लोग छत्तीसगढ़ में पकड़ा रहे है। खुद राज्य के गृहमंत्री दावा करते है कि प्रदेश में बड़ी संख्या में बंग्लादेशी एवं पाकिस्तानी नागरिक घुसपैठ करके आये है। ऐसे में छत्तीसगढ़ की कानून व्यवस्था की समीक्षा होनी चाहिये कि प्रदेश के हृदय स्थल में घुसपैठिये अपराधी कैसे पहुंच रहे है? छत्तीसगढ़ में घुसपैठिये पहुंचना केन्द्र सरकार की भी बड़ी विफलता है।







