निगम महापौर ने 2 अरब 39 करोड़ 22 लाख के अनुमानित आय व लगभग 17 लाख के घाटे का बजट किया प्रस्तुत

जगदलपुर । नगर निगम जगदलपुर की सामान्य सभा में निगम महापौर संजय पांडे ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 2 अरब 39 करोड़ 22 लाख 99 हजार के आय अनुमानित की गई है, जबकि 2 अरब 39 करोड़ 39 लाख 83 हजार का व्यय प्रस्तावित है । इस प्रकार रु. 16 लाख 84 हजार का घाटा दर्शाते हुए बजट प्रस्तुत किया गया है । निगम के इस बजट में शहर की मूलभूत सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण पर जोर दिया गया है, विशेषकर जलप्रदाय व्यवस्था को लेकर, “जल ही जीवन है” इस संकल्प को ध्यान में रखते हुए, प्रत्येक घर, मोहल्ला और बस्ती में स्वच्छ व निर्बाध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए रु. 30 करोड़ का विशेष प्रावधान किया गया है। बजट में अमृत मिशन के तहत घर-घर जलप्रदाय, पुरानी पाइप लाइनों का नवीनीकरण तथा जल संरक्षण से जुड़े उपायों को प्राथमिकता दी गई है। विद्युत व्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए रु. 5 करोड़ आवंटित किए गए हैं। स्ट्रीट लाइटिंग के विस्तार से जगदलपुर की गलियों को रोशन और सुरक्षित बनाया जाएगा। धोसंरचनात्मक विकास के अंतर्गत शहर के हर गली-मोहल्ले में सीसी रोड, नाली, पुलिया, ड्रेनेज सिस्टम, डिवाइडर और सड़क डामरीकरण जैसे कार्यों के लिए रु. 50 करेड़ की राशि प्रस्तावित की गई है। इसके साथ ही, कुशाभाऊ ठाकरे अंर्तराज्यीय बस स्टैंड के आधुनिकीकरण हेतु रु. 5 करोड़ का बजटीय प्रावधान किया गया है। इसके अंतर्गत प्रतीक्षालय, स्वच्छता केंद्र, यात्री सुविधा, पार्किंग और सूचना केंद्र की व्यवस्था का प्रवधान है।
जगदलपुर बैराज योजना को इस बजट में विशेष प्राथमिकता दी गई है। इन्द्रावती नदी पर प्रस्तावित यह बैराज योजना शहर को पेयजल और निस्तारी जल की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करेगी । साथ ही, इससे सिंचाई और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा । छत्तीसगढ़ और ओडि़सा राज्यों के बीच जल बंटवारे की समस्या को ध्यान में रखते हुए, रु. 80 करोड़ का प्रावधान किया गया है । इसके लिए जल संसाधन विभाग के सहयोग से कार्य किया जाएगा । महापौर ने इस महत्वपूर्ण योजना के लिए राज्य के जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप का आभार प्रकट किया। शहर की ऐतिहासिक पहचान को संजोए रखने हेतु दलपत सागर, गंगामुंडा और पंडरी तरई तालाब के जिर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण हेतु रु. 20 करोड़ का प्रावधान किया गया है। जलकुंभी सफाई, गाद निकासी, जल संरक्षण, वॉकवे, बोटिंग, प्रकाश व्यवस्था और बैठने की समुचित व्यवस्था को शामिल किया गया है। तालाबों की सफाई के लिए स्वदेशी तकनीकों के साथ-साथ पॉन्ड मैन ऑफ इंडिया के नाम से प्रसिद्ध रामवीर तंवर का मार्गदर्शन लिया जा रहा है, जिससे इन जलस्रोतों का पुनर्जीवन और संरक्षण सुनिश्चित हो सकेगा। पार्कों और मैदानों का सौंदर्यीकरण के तहत सिटी ग्राउंड, हाथा ग्राउंड, लालबाग मैदान, शहीद पार्क समेत अन्य पार्कों के जिर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण के लिए रु. 5 करोड़ का प्रावधान किया गया है। लोकमान्य तिलक वार्ड में एक सर्वसुविधायुक्त पार्क की योजना तैयार की गई है, जिसमें बच्चों के लिए खेल क्षेत्र, जॉगिंग ट्रैक, ओपन जिम, बैठने की व्यवस्था होगी। बाजारों के सुव्यवस्थापन के अंतर्गत संजय बाजार और अन्य प्रमुख बाजारों की पार्किंग, साफ-सफाई, सार्वजनिक शौचालय, कचरा प्रबंधन, पेयजल, सुरक्षा और सूचना केंद्र जैसी सुविधाओं को दुरुस्त करने हेतु रु. 5 करोड़ का प्रावधान किया गया है। मुक्तिधाम एवं कब्रिस्तानों की दशा सुधारने और उन्हें शांति तथा गरिमा से युक्त स्थान बनाने के लिए रु. 3 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। शहर में पार्किंग के लिए रु. 5 करोड़ की राशि का प्रावधान किया गया है। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के प्रस्ताव अनुसार वीर सावरकर भवन से खपरा भट्टी तक तथा अन्य स्थानों पर सड़क निर्माण के लिए रु. 50 करोड़ का बड़ा प्रावधान रखा गया है।
निगम महापौर संजय पांडे ने कहा कि यह बजट केवल आंकड़ों का दस्तावेज नहीं, बल्कि जन भागीदारी, पारदर्शिता और उत्तरदायित्वपूर्ण शासन की दिशा में हमारा सामूहिक संकल्प है। इसमें समावेशी दृष्टिकोण के साथ प्रत्येक वर्ग की आवश्यकताओं और अपेक्षाओं का ध्यान रखा गया है, ताकि हम एक आधुनिक, स्वच्छ, समृद्ध और आत्मनिर्भर जगदलपुर का निर्माण कर सकें। उन्होंने कहा कि इस बजट में अधोसंरचना विकास, बस स्टैंड आधुनिकीकरण, सरोवर धरोहर योजना, पर्यावरण सुधार, बाजार, मुक्तिधाम और पार्क विकास, ट्रांसपोर्ट नगर और गोकुल नगर जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं के लिए समुचित राशि का प्रावधान किया गया है। साथ ही बरसाती जल निकासी, मुख्यमंत्री की घोषणाओं, विकलांगजन सुविधा, स्वास्थ्य एवं आवास योजनाएं, ई-गवर्नेंस, सड़क-नाली मरम्मत, स्ट्रीट लाइट, डंपिंग यार्ड सौंदर्यीकरण, महिला एवं युवाओं के लिए रोजगार मूलक योजनाएं, प्रेस क्लब, और ट्रैफिक सिग्नल शेड जैसे विविध जनोपयोगी कार्यों हेतु वित्तीय व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं।
