बिरनपुर हिंसा मामले की ढाई साल बाद हुई स्पेशल कोर्ट में सुनवाई, अब 19 नवंबर को होगा फैसला

रायपुर। बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में 8 अप्रैल 2023 को हुई सांप्रदायिक हिंसा के मामले में ढाई साल बाद स्पेशल कोर्ट में सुनवाई हुई. सीबीआई के वकील ने 6 नए आरोपियों के नाम आने के बाद कई नए तथ्य सामने आए हैं, इसलिए धारा बढ़ाई जाए. वहीं बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि धारा बढ़ाए जाने का औचित्य ही नहीं है. कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के सीबीआई के आवेदन पर अब 19 नवंबर को फैसला सुनाने का निर्होणय लिया.
बिरनपुर हिंसा मामला शुरू हुआ था दो बच्चों की मामूली लड़ाई से, जो देखते-देखते हिंदू-मुस्लिम समुदायों के बीच हिंसक झड़प में बदल गया. 8 अप्रैल 2023 को साजा विधायक ईश्वर साहू के 22 वर्षीय पुत्र भुनेश्वर साहू की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. घटना के बाद तनाव इतना बढ़ा कि 10 अप्रैल को विश्व हिंदू परिषद ने छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया. गांव में आगजनी हुई और मुस्लिम समुदाय के रहीम (55) व उनके पुत्र ईदुल मोहम्मद (35) की भी हत्या हो गई. प्रशासन ने धारा 144 लागू की और करीब दो सप्ताह तक गांव में कर्फ्यू रहा. पुलिस ने शुरुआत में 12 लोगों को आरोपी बनाया था, लेकिन सीबीआई ने अपनी जांच में 6 नए आरोपियों का उल्लेख किया है.







