मऊगंज के हर्रहा में अवैध खनन का आतंक, आदिवासियों की जमीन पर कब्जा, प्रशासन मौन

मध्यप्रदेश के नवगठित मऊगंज जिले की हर्रहा ग्राम पंचायत में अवैध खनन और प्रशासनिक लापरवाही का गंभीर मामला सामने आया है। यहां अदयपुर स्टोन क्रेशर के नाम पर बिना अनुमति दो एकड़ से अधिक भूमि में 100 फीट गहरी खदानें खोद दी गई हैं, जिनका शिकार बने हैं गौड़ और आदिवासी समुदाय के गरीब परिवार। उनकी जमीनों पर जबरन कब्जा कर लिया गया है, गांव के रास्ते बंद कर दिए गए हैं, और ब्लास्टिंग के पत्थर घरों की छतों तक गिर रहे हैं। ग्रामीणों ने कई बार शिकायत की, लेकिन खनिज विभाग और प्रशासन दोनों ने आंखें मूंद ली हैं।
जब मामला कलेक्टर संजय जैन तक पहुंचा, तो उन्होंने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए, लेकिन विभाग ने आदेश को भी नजरअंदाज कर दिया। खनिज निरीक्षक ने खुद स्वीकार किया कि खनन की कोई अनुमति नहीं दी गई और न ही रॉयल्टी जमा की गई है, जिससे साफ है कि यह उत्खनन पूरी तरह अवैध है।
गांव में भय और आक्रोश का माहौल है, बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे, महिलाएं और बुजुर्ग न्याय के लिए धरने पर बैठ गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन माफियाओं के सामने घुटने टेक चुका है और यह सिर्फ अवैध खनन नहीं, बल्कि प्रशासनिक विफलता और गरीब आदिवासियों पर हो रहे अन्याय की गहरी कहानी है। अब सवाल यह है कि क्या कलेक्टर के आदेश अमल में आएंगे या यह मामला भी कागजों में ही दफन होकर रह जाएगा।
