ChhattisgarhRegion

25 अप्रैल से शुरू होगी तेंदूपत्ता की खरीदी, लगातार बारिश-ओलावृष्टि से तेंदूपत्ता संग्रहण-खरीदी होगी प्रभावित

Share


जगदलपुर।
बस्तर संभाग में पिछले दो सप्ताह से हो रहे लगातार बारिश-ओलावृष्टि ने यहां के तेंदूपत्ता संग्रहण करने वाले ग्रामीणों के माथे में चिंता की लकीर खींच दी है। दिन भर बदली और धूप के बाद शाम को होने वाले बारिश की वजह से तेंदूपत्ता के संग्रहण पर असर डाल सकता है। ऐसे में माना जा. रहा है कि इस वर्ष तय लक्ष्य से तेंदूपत्ता की खरीदी कम हो सकती है जिससे वन विभाग को मिला लक्ष्य पूरा होने में संदेह है। इस वर्ष राज्य सरकार 20 वर्ष बाद 25 अप्रैल से तेंदूपत्ता की खरीदी करने वाली है। बस्तर वन वृत्त के अंतर्गत 2 लाख 70 हजार 600 मानक बोरा तेंदूपत्ता की खरीदी का लक्ष्य मिला है। इसके लिए वन विभाग 75 समिति और 1710 फड़ तैयार कर चुका है। लगातार मौसम खराब होने की वजह से तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य का संचालन पर असर पड़ेगा।
बस्तर संभाग में तेंदूपत्ता ग्रामीणों के आमदनी का सबसे बड़ा जरिया है। इससे यहां के ग्रामीण संग्राहकों को प्रति वर्ष लाखों रुपए की आय होती है, सिर्फ 1 से 2 महीनों में ही तेंदूपत्ता संग्राहक हजारों रुपए की कमाई कर लेते हैं। ऐसे में यहां के संग्राहकों को तेंदूपत्ता से बड़ी उम्मीदें हैं, लेकिन बस्तर में पिछले दो सप्ताह से लगातार हो रही बेमौसम बारिश की वजह से तेंदूपत्ता की क्वालिटी खराब होने लगी है। बारिश-ओलावृष्टि से तेंदूपत्ता संग्राहकों के साथ वन विभाग को भी नुकसान होने की आशंका है। वन विभाग के अनुसार अभी बस्तर में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य 25 अप्रैल से शुरू होने वाला है, लेकिन बेमौसम बारिश का सिलसिला जारी रहा तो इसके संग्रहण और खरीदी प्रभावित हो सकती है। आज रविवार को भी बस्तर संभाग के अनेक हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी रहा।
वन विभाग के मुख्य वन संरक्षक आरसी दुग्गा ने बताया कि तेंदूपत्ता संग्रहण की तैयारी पूरी जा चुकी है। इस वर्ष बस्तर को 2 लाख 70 हजार 600 मानक बोरा तेंदूपत्ता खरीदी का लक्ष्य मिला है। बस्तर वन वृत्त के 4 मंडलों में तेंदूपत्ता की खरीदी आगामी 25 अप्रैल से शुरू होगी। बस्तर वृत्त में सुकमा और बीजापुर जिले में सबसे अधिक तेंदूपत्ता संग्रहण होता है। उन्होने बताया कि बारिश से अभी तक तेंदुपत्ता संग्रहण में कोई खास प्रभाव की संभावना नहीं है, लेकिन ओलावृष्टि होने पर ही संग्रहण और क्वालिटी पर असर पड़ सकता है।

GLIBS WhatsApp Group
Show More
Back to top button