टामन सोनवानी संपत्ति मामला : भूपेश बघेल और कांग्रेस के संरक्षण में भ्रष्टाचारियों की ऐश थी – रोहरा
रायपुर। पीएससी घोटाले में गिरफ्तार पीएससी के पूर्व चेयरमैन टामनसिंह सोनवानी की काली कमाई, रिसोर्ट, जमीन समेत अवैध सम्पत्तियों के ताजा खुलासे को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री जगदीश (रामू) रोहरा ने कांग्रेस की पिछली भूपेश सरकार पर एक बार फिर हमला बोला है। रोहरा ने कहा कि सोनवानी की काली कमाई के खुलासे से यह फिर साफ हुआ है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री बघेल का हर भ्रष्टाचारियों को संरक्षण रहा और हर भ्रष्टाचारी के वकील तक बनकर बघेल जाँच एजेंसियों के खिलाफ रोना-धोना मचाने में पीछे नहीं रहे और आज भी डरे-सहमे बघेल वही सब कर रहे हैं।
रोहरा ने कहा कि टामन सोनवानी की प्रॉपर्टी से जुड़ी उसके फार्म हाउस, उसकी जमीनों से जुड़े एक समाचार पत्र में हुआ खुलासा यह प्रमाणित करने के लिए पर्याप्त है कि कांग्रेस के सत्तावादी और राजनीतिक संरक्षण में अफसरों ने किस कदर छत्तीसगढ़ को लूटा-खसोटा! तत्कालीन मुख्यमंत्री बघेल भ्रष्टाचारियों का संरक्षण करते रहे और छत्तीसगढ़ महतारी का खजाना लूटने वालों के सहभागी बने हुए थे। श्री रोहरा ने कहा कि नौकरशाहों ने जनता का पैसा लूटकर निजी संपत्तियां बनाने में ध्यान केंद्रित कर रखा था, और कहीं-न-कहीं उसमें शायद कांग्रेस सरकार का भी हिस्सा था। इसीलिए यह सारा भ्रष्टाचार होते समय कांग्रेस सरकार ने अपनी आँखें बंद कर ली थीं। श्री रोहरा ने कहा कि पीएससी जैसी महत्वपूर्ण प्रतियोगी परीक्षा के लिए केवल एक अभ्यर्थी ही नहीं, वरन उसका पूरा परिवार मेहनत करता है, मां-बाप कर्ज लेकर अपने बच्चों को पढ़ाते हैं। और, पिछले कांग्रेस शासनकाल में उन्हीं युवाओं के साथ सरेआम खिलवाड़ किया गया।
उन्होंने कहा कि अब युवाओं के भविष्य को सँवारने की जिम्मेदारी जिसके ऊपर थी, वह खुद अपना भविष्य और अपने बच्चों का भविष्य सँवारने में लगा था! यह प्रदेश की प्रतिभासम्पन्न युवा पीढ़ी के साथ बहुत बड़ी धोखाधड़ी की गई। भाजपा ने इस पर केवल चिंता ही नहीं जताई अपितु पीएससी घोटाले की सीबीआई जाँच का वादा किया और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली प्रदेश की भाजपा सरकार के सुशासन ने आज ऐसे घोटालेबाजों के लिए जेल में स्थान रखा हुआ है। भाजपा बार-बार जो आरोप लगाती थी कि पीएससी में घोटाला हुआ है, टामन सोनवानी बहुत ही भ्रष्ट नौकरशाह था, अब यह बात बार-बार अलग-अलग तथ्यों से साबित हो रहा है। श्री रोहरा ने कहा कि महज एक छोटे-से कार्यकाल में कई एकड़ की जमीनों को खरीद लेना, रिसोर्ट बना लेना, इस बात का फिर से प्रमाण है कि कांग्रेस के सत्तावादी व राजनीतिक संरक्षण में नौकरशाहों ने भी छत्तीसगढ़ की जनता का खून चूसने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।