आईसीएआर-एनआईबीएसएम में स्वच्छ प्रशासन की दिशा में सशक्त पहल

रायपुर। स्वच्छ प्रशासन, कार्यकुशलता एवं सतत कार्य संस्कृति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करते हुए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय जैविक तनाव प्रबंधन संस्थान (आईसीएआर- एनआईबीएसएम), रायपुर, छत्तीसगढ़ में स्वच्छता पखवाड़ा 2025 के तीसरे दिन गुरुवार को व्यापक गतिविधियाँ आयोजित की गईं। इस अवसर पर अभिलेख प्रबंधन, डिजिटलीकरण की दिशा में पहल तथा संस्थान परिसर में व्यापक स्वच्छता अभियान पर विशेष ध्यान दिया गया। कार्यक्रम में संस्थान के 28 अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने सक्रिय सहभागिता की।
कार्यक्रम के अंतर्गत निर्धारित नियमों के अनुसार सभी भौतिक अभिलेखों की व्यवस्थित समीक्षा की गई तथा अप्रचलित एवं अनावश्यक अभिलेखों को अभिलेख संरक्षण अनुसूची के अनुरूप निस्तारण हेतु चिन्हित किया गया। प्रशासनिक सुधार की दिशा में इलेक्ट्रॉनिक कार्यालय (ई-ऑफिस) प्रणाली के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु प्रारंभिक कदम उठाए गए, जिसके तहत महत्वपूर्ण एवं बार-बार संदर्भित की जाने वाली फाइलों की पहचान कर उन्हें स्कैन एवं डिजिटाइज करने की प्रक्रिया आरंभ की गई।
इसके साथ ही संस्थान परिसर में व्यापक स्वच्छता अभियान चलाया गया। कार्यालयों, गलियारों, अभिलेख कक्षों, प्रशासनिक अनुभागों, अनुसंधान विद्यालयों, कैंटीन, सभागार, वीआईपी लाउंज एवं आसपास के परिसरों की सघन सफाई की गई, जिससे स्वच्छ, सुव्यवस्थित एवं अनुकूल कार्य वातावरण सुनिश्चित किया जा सके। कार्यस्थलों को अव्यवस्था मुक्त करने तथा सुव्यवस्थित व्यवस्था बनाए रखने पर विशेष बल दिया गया।
इसके अतिरिक्त, निर्माण कार्यों के दौरान उत्पन्न लौह अपशिष्ट, पुराने फर्नीचर एवं अन्य अनुपयोगी उपकरणों सहित स्क्रैप सामग्री को एस्टेट क्षेत्र, छात्रावास, औषधालय, किसान प्रशिक्षण छात्रावास तथा प्रशासनिक भवन जैसे विभिन्न स्थानों से एकत्र कर निर्धारित स्थानों पर सुरक्षित एवं नियमानुसार निस्तारण हेतु रखा गया। गृह-प्रबंधन सेवाओं की ऑनलाइन समीक्षा भी की गई, जो संस्थान में उच्च स्तर की स्वच्छता बनाए रखने में संतोषजनक पाई गई।
स्वच्छता पखवाड़ा 2025 के तीसरे दिन की इन गतिविधियों से आईसीएआर-राष्ट्रीय जैविक तनाव प्रबंधन संस्थान में कार्यालयीन दक्षता, डिजिटल तैयारी तथा समग्र स्वच्छता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। यह पहल स्वच्छता, पारदर्शिता एवं प्रभावी शासन की राष्ट्रीय परिकल्पना के अनुरूप संस्थान की प्रतिबद्धता को पुन: रेखांकित करती है तथा दैनिक कार्यप्रणाली में अनुशासन एवं सततता की संस्कृति को प्रोत्साहित करती है।







