सुनीता विलियम्स को स्पेस में छोड़, धरती पर लौटा स्टारलाइनर
सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर को स्पेस सेंटर में अटकाकर धरती पर तीन महीने बाद वापस, स्टारलाइनर लौट आया है। बोईंग का स्टारलाइनर न्यू मेक्सिको के व्हाइट सैंड्स स्पेस हार्बर में सुरक्षित लैंड कर गया है। हालांकि अच्छा हुआ कि ये कार्गो लेकर लौटा, क्योंकि ये एस्ट्रोनॉट्स को लेकर लौटता तो दोनों की जिंदगी को रिस्क रहता। 7 सितंबर की सुबह न्यू मेक्सिको के व्हाइट सैंड्स स्पेस हार्बर में उतरा।
स्टारलाइनर ने करीब 8.58 पर अपने डीऑर्बिट बर्न (deorbit burn) को पूरा किया। इस बर्न के बाद करीब 44 मिनट उसे जमीन पर उतरने में लगे। लैंडिंग के समय वायुमंडल में इसका हीटशील्ड एक्टिव था। इसके बाद ड्रोग पैराशूट डिप्लॉय किया गया। दरअसल स्पेस सेंटर से सुरक्षित लैंडिग के लिए तीन प्रमुख पैराशूट तैनात किए गए, इसके बावजूद रोटेशन हैंडल रिलीज किया जाता है, ताकि स्पेस क्राप्ट (space craft) गोल घूमना बंद करें। इस प्रक्रिया से स्पेसक्राप्ट एस ही दिशा में सीधे लैंड करता है। नीचे की तरफ लगा हीट शील्ड निकाल दिया जाता है। हीटशील्ड निकालने के बाद एयरबै3ग खुल जाते हैं। लैंड के दौरान रिकवरी टीम स्पेसक्राप्ट को रिकवर करती है।
स्टारलाइनर की लैंडिंग के बाद नासा(NASA) और बोईंग की टीम इसे वापस असेंबली यूनिट में लेकर जाएगी। वहां पर उसकी जांच की जाएगी। ये पता किया जाएगा कि आखिर किस वजह से हीलियम लीक हुआ। किस वजह से प्रोपल्शन सिस्टम में दिक्कत आई। क्यों इस स्पेसक्राफ्ट ने डॉकिंग में सुनीता और बुच को दिक्कत दी थी।
नासा ने अक्तूबर 2011 में बोईंग को स्पेसक्राफ्ट बनाने के लिए हरी झंडी दी। स्टारलाइनर बनते-बनते छह साल लग गए। 2019 तक उसके परीक्षण उड़ान होते रहे। लेकिन इन उड़ानों में कोई इंसान शामिल नहीं था। ये मानवरहित उड़ानें थीं।
पहली मानवरहित ऑर्बिटल फ्लाइट टेस्ट 20 दिसंबर 2019 को हुई। लेकिन दो सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी की वजह से यह दूसरे ऑर्बिट में पहुंच गया। स्पेस स्टेशन से डॉकिंग हो नहीं पाई। दो दिन बाद न्यू मेक्सिको के व्हाइट सैंड्स मिसाइल रेंज में वापस लैंड हुआ। दूसरी मानवरहित उड़ान 6 अप्रैल 2020 को हुई। मई 2022 में ट्रायल उड़ान की तैयारी की गई। 19 मई 2022 को स्टारलाइनर ने फिर उड़ान भरी। इस बार उसमें दो डमी एस्ट्रोनॉट्स बिठाए गए।