दिल्ली में होगा शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती का 22वां चातुर्मास
कवर्धा। ‘परमाराध्य’ परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती ‘1008’ का 22वां चातुर्मास्य व्रत अनुष्ठान दिल्ली में होगा।
शंकराचार्य के मीडिया प्रभारी अशोक साहू ने बताया कि व्रत अनुष्ठान आगामी संवत् 2081 (गौ-संवत्सर) आषाढ़ पूर्णिमा से भाद्रपद पूर्णिमा तदनुसार 21 जुलाई से 18 सितम्बर 2024 पर्यन्त आयोजित हो रहा है। इस अन्तराल में अनेक धार्मिक अनुष्ठान आयोजित होंगे।
शंकराचार्य के द्वारा प्रतिदिन नित्य पञ्चदेवोपासना सुबह 4:30 बजे से शाम 6 बजे तक किया जाएगा। इस अनुसार पूरे दिन अलग-अलग समय पर धार्मिक अनुष्ठान होगा। वही शाम 4 बजे से 6 बजे तक शंकराचार्य भगवान धर्म प्रवचन देंगे।
गौ-संसद और श्रीविद्या साधना शिविर का आयोजन –
चातुर्मास्य व्रत अनुष्ठान के साथ ही 5 दिन का गौ-संसद और श्रीविद्या साधना शिविर का आयोजन किया जाएगा।
चातुर्मास्य कार्यक्रम स्थान –
नरसिंह सेवा सदन, 108, आदर्श नगर, ब्लॉक केपी, पूर्वी पीतमपुरा, पीतमपुरा, दिल्ली। विदित हो कि भारतीय संस्कृति में संन्यास आश्रम को अत्यन्त आदरणीय स्थान प्राप्त है। संन्यासी परिव्राजक परम्परा में चातुर्मास्य के चार पक्षों में एक स्थान पर रहकर उस क्षेत्र के समस्त सनातनधर्मियों को अपने दर्शन, पूजन, भिक्षा-वन्दन, जिज्ञासा समाधान व प्रवचन आदि के द्वारा लाभान्वित करते हैं।