परिवहन उड़नदस्ता के अधिकारियों पर लगे गम्भीर आरोप, सबूत के साथ कलेक्टर को सौपें ज्ञापन
कांकेर। परिवहन उड़नदस्ता दल के खिलाफ एकबार फिर स्थानीय व्यापारियों एवं चेम्बर ऑफ कामर्स ने मोर्चा खोल दिया है। प्रधान मंत्री व परिवहन आयुक्त सहित जांच एजेंसियों के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन। परिवहन विभाग पर सीधा आरोप लगाते हुए उन्होंने इस अवैध वसूली से जुड़े कुछ लोगों के नाम एवं उनके द्वारा फोन के माध्यम से पैसे की लेने देन की ऑडियो व वीडियो भी कांकेर कलेक्टर को सौंपा है।
स्थानीय व्यापारी मोहम्मद जावेद मेमन द्वारा ज्ञापन के माध्यम से जानकारी दी है कि वाहन (टाटा टिप्पर) कमांक CG- 19 BJ-4966 जो कि विगत 8 माह से खराब थी उक्त वाहन को मरम्मत हेतु खाली वाहन को 6 अप्रैल को सायं 6:30 बजे एवीएफ बाफना मोटर्स जो कांकेर नेशनल हाईवे ग्राम लखनपुरी पर स्थित है जो कि उक्त वाहन को मेरे ड्राईवर के द्वारा ले जाया जा रहा था जिसे परिवहन उड़नदस्ता जगदलपुर द्वारा रोककर जबरदस्ती खाली वाहन को सहायक अधिकारी रविकुमार देवांगन एवं प्राईवेट वसुली कर्ता सुरेन्द्र ध्रुव द्वारा जप्ती नामा बनाया गया। जब्त के पश्चात सहायक
अधिकरी रवि कुमार देवांगन से बात करने पर उन्होंने सुरेन्द्र ध्रुव से बात करने को कहा गयां प्राईवेट वसुली कर्ता सुरेन्द्र ध्रुव मोबाईल नम्बर 7000805717,9977899471 से बात करने के पश्चात 100000.00 (अक्षरी
रूपये एक लाख रूपये) की मांग की गई। मेरे मैनेजर गौतम जुर्री एवं डुमेश्वर सोनी द्वारा बताया गया
कि रमजान के रोजे चल रहे है मोहम्मद जावेद मस्जिद से लेट निकलेंगे तो इसलिए इतनी बड़ी रकम
की व्यवस्था अभी नहीं हो पाएगी, तो प्रभारी अधिकारी ओमकान्त मिश्रा द्वारा जप्ती नामा बनाकर वाहन को
चारामा थाना में रखा गया एवं दूसरे दिन सुबह प्राईवेट वसुली कर्ता सुरेन्द्र ध्रुव द्वारा मेरे मैनेजर डुमेश्वर सोनी द्वारा उनसे कई बार बात करने पर उन्होने 49000.00 (अक्षरी रूपये उन्चास हजार रूपये) को मुझे
धमतरी आकर देने कहा गया। रात्रि 9.00 बजे मेरे मैनेजर गौतम जुर्री एवं डुमेश्वर सोनी ने उन्हे
49000.00 रूपये नगद दिया गया, एवं उनके द्वारा वाहन रिलीज पत्र दिया गया। यह सारी वसूली अवैध
भ्रष्टाचार के रूप में की गई एवं मुझे प्रताड़ित किया गया मेरे दोनों मैनेजर वहा मौजुद थे उनके द्वारा बताया
गया कि बहुत सी गड़ियो के ड्राईवर से इन्होने उनके वाहन मालिको से 15 से 20 लाख रूपये तकरीबन
वसूली किया गया। व अवैध वसूली का कारोबार चलता रहा। यह सारी
रकम ओवर लोड है करके डराकर 2 से 3 लाख रूपये फाईन करेंगे ऐसा कह कर किसी से 25 से 50 से 75
हजार वसूला जा रहा था। इनके द्वारा हर माह तकरीबन 3 से 5 करोड़ रूपये इसी तरह वसूला जाता
है इनके प्राईवेट गवाह एवं वसुली कर्ता सुरेन्द्र ध्रुव मोबाईल नम्बर- 7000805717, 9977899471 है। इन नम्बरो सेWhatsapp एवं चेटींग की जाँच की जाए एवं इनके द्वारा डाटा डिलीट किया जाता है तो उसे डाटा को रिकवर कर जांच की जाए तो इनके द्वारा हर माह तकरीबन 3 से 5 करोड़ की वसूली का पर्दाफाश होगा एवं संपूर्ण ब्योरा प्राप्त हो जायेगा। इनके द्वारा जिस तरीके से वसूली को अंजाम दिया जाता है कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन के साथ प्रार्थी द्वारा सबुत के तौर पर कुछ साक्ष्य भी प्रस्तुत किया गया है जिसमें अपने आप को दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी बताने वाले सुरेंद्र ध्रुव का अवैध नगदी पैसे लेनदेन करते वीडियो भी सौंपा है। ज्ञापन सौंपने वालों में आवदेक जावेद मेमन अध्यक्ष मुस्लिम समाज, कांचेका जिलाध्यक्ष दिलीप खटवानी, कांचेका रायपुर इकाई अध्यक्ष दीपक शर्मा, कांचेका महामंत्री गफ्फार मेमन, राजकुमार चोपड़ा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
महिने के पहले व आखिरी समय होते है एक्टिव
कांकेर चेंबर ऑफ कॉमर्स के जिलाध्यक्ष दिलीप खटवानी ने परिवहन विभाग के उड़नदस्ता दल पर सीधा आरोप लगाते हुये कहा कि इनके द्वारा महीने के पहले व आखरी समय चेकपोस्ट लगा ऐसे ही वाहन मालिकों को परेशान करते है व अवैध वसूली को अंजाम देते है विशेष इंट्री की बात कहकर वाहन मालिकों से मोटी रकम भी इनके द्वारा लिया जाता है जोकि नियम विरुद्ध है।
धमतरी में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी हूं-सुरेंद्र ध्रुव
इस सबन्ध में सुरेंद्र ध्रुव से बात करने पर उन्होंने कहा कि मैं धमतरी में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी हूं अधिकारियों के निर्देश पर मैं पैसों की लेनदेन करता हूं यह पूछने पर की आपको यह अवैध वसूली करने किस अधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया है तो वे कतराते हुए कहा कि विभाग में दो से तीन अधिकारी है मैं किसका नाम बताऊँ तो उन्होंने बता रहा हूं कहते हुए फोन कट कर दिया।
सुरेंद्र ध्रुव के नाम का कोई कर्मचारी हमारे विभाग में नहीं-एसके झा
इन पूरे मामले में परिवहन विभाग के अधिकारी एसके झा से बात की गई तो उन्होंने साफ तौर पर हमारे विभाग में सुरेंद्र ध्रुव के नाम का कोई कर्मचारी नहीं होने की बात कही है। साथ ही उन्होंने इस अवैध वसूली की बात पर मेरे संज्ञान में इसकी कोई जानकारी नहीं है कह कर पड़ला झाड़ दिया। अब विभाग के अधिकारी ही यह स्वीकार कर रहे है कि ऐसा कोई कर्मचारी हमारे विभाग में नहीं है तो इनको अवैध वसूली के लिए ही अवैध तरीके से नियुक्त किया गया है या फिर उसे बचाने के लिए यह बात कही गई है यह भी जांच का विषय है।
मुख्यमंत्री से भी शिकायत कर दोषियों पर कार्यवाही की गई मांग
पीड़ित आवेदक जावेद मेमन व उनका प्रतिनिधि मंडल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को इस सबन्ध में व सम्बंधित विभाग के अधिकारियों के खिलाफ लिखित शिकायत व ज्ञापन सौंपा है। जावेद मेमन ने आगे कहा कि जिस तरह से परिवहन विभाग के कुछ अधिकारियों द्वारा जांच के नाम पर व्यापारियों व वाहन मालिकों को मानसिक व आर्थिक रूप से परेशान किया जा रहा उससे यह प्रतित हो रहा है इस तरह ऐसे अधिकारी शासन को राजस्व पहुंचाने के बजाये अपनी संपत्ति बढ़ा रहे है व शासन व विभाग को चुना लगा रहे है।