हथकरघा विभाग का वरिष्ठ निरीक्षक हरेकृष्ण 50 हजार का रिश्वत लेते गिरफ्तार
जांजगीर-चांपा। हथकरघा विभाग के वरिष्ठ निरीक्षक हरेकृष्ण चौहान को 50,000 रुपये की रिश्वत लेते एन्टी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया। चौहान ने रिपोर्ट भेजने के बदले 1.75 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी।
ग्राम केरा निवासी महेन्द्र देवांगन ने एसीबी, बिलासपुर में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी तीन सहकारी समितियां – महामाया समिति मिस्दा, लक्ष्मी कोसा समिति खोखरा और बजरंग बुनकर समिति खोखरा-का कार्य बंद हो गया है। इसे फिर से शुरू कराने के लिए उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य हथकरघा विपणन एवं सहकारी संघ, रायपुर में आवेदन दिया था। इस आवेदन पर सहायक संचालक, हथकरघा, जांजगीर-चांपा को जांच का निर्देश मिला।
महेंद्र देवांगन को सहकारी समितियों ने अधिकृत किया था और रिपोर्ट रायपुर भेजने के लिए वरिष्ठ निरीक्षक हरेकृष्ण चौहान से संपर्क किया गया। आरोप है कि चौहान ने रिपोर्ट भेजने के बदले 1.75 लाख रुपये की रिश्वत मांगी। महेंद्र देवांगन ने रिश्वत नहीं देने का निर्णय लेते हुए एसीबी से मदद मांगी। एसीबी ने ट्रेप योजना बनाई और शुक्रवार को वरिष्ठ निरीक्षक हरेकृष्ण चौहान को 50,000 रुपये की पहली किश्त लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी हरेकृष्ण चौहान के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।