PM मोदी के राज में हिन्दुओं का स्वाभिमान जगा : शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद
अवधपुरी में कुछ ही समय बाद भगवान राम आने वाले हैं. 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह पर चिंता व्यक्त करने वाले चार शंकराचार्यों में से एक स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि वह पीएम मोदी के प्रशंसकों में से एक हैं.उन्होंने कहा कि 2014 में पीएम मोदी के सत्ता संभालने के बाद से हिंदू अपने आत्म-सम्मान के प्रति जागरूक हो गए हैं और यह कोई “छोटी बात” नहीं है.
समाचार एजेंसी ANI द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में, उत्तराखंड में ज्योतिर मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि उन्होंने राम मंदिर निर्माण के अलावा विभिन्न पहलों के लिए पीएम मोदी और उनकी सरकार की प्रशंसा की.
बता दें कि राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर शंकराचार्यों ने असहमति व्यक्त की थी. हालांकि, अब उनके सुर बदले-बदले नजर आ रहे हैं. उन्होंने रामलला के अवधपुरी आने से ठीक पहले कहा है कि सच तो यह है कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने से हिंदुओं का स्वाभिमान जाग गया है. यह छोटी बात नहीं है. हमने कई बार सार्वजनिक तौर पर कहा है कि हम मोदी विरोधी नहीं बल्कि पीएम मोदी के प्रशंसक हैं. हम उनकी प्रशंसा करते हैं क्योंकि स्वतंत्र भारत में दूसरा कौन सा प्रधानमंत्री इतना बहादुर और हिंदुओं के लिए मजबूती से खड़ा रहने वाला व्यक्ति है?