बस्तर में सुरक्षा अभियान और विकास की चुनौतियाँ
दक्षिण बस्तर के जंगलों में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है। बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा जिलों में चल रहे इस ऑपरेशन में लगभग 2,000 जवान शामिल हैं, जिसका उद्देश्य नक्सलियों के शीर्ष नेताओं हिड़मा, देवा और एर्रा को घेरना है। ड्रोन निगरानी और हेलीकॉप्टर स्टैंडबाय पर रखे गए हैं। पहले दिन की कार्रवाई में तीन नक्सली मारे गए। इसी बीच, बस्तर में विकास और बुनियादी ढांचे के मुद्दे भी लोगों की चिंता का केंद्र बने हुए हैं। बिलासपुर की दिल्ली उड़ान बंद होने और एनएच 30 की खराब स्थिति के कारण स्थानीय नागरिक नाराज हैं। इसके अलावा, रावघाट-जगदलपुर रेल लाइन निर्माण में देरी, अबूझमाड़ और डोंडीतुमनार में नए सुरक्षा और जन-सुविधा कैंपों की स्थापना, मादक पदार्थ तस्करी में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, और जनजातीय गौरव दिवस पर वीरों को सम्मानित करने जैसे कई घटनाक्रम बस्तर की वर्तमान स्थिति को उजागर कर रहे हैं।





