छत्तीसगढ़ में घोटाला: EOW की कार्रवाई

रायपुर। छत्तीसगढ़ के शराब और कोयला घोटाला मामले में आर्थिक अपराध विंग (EOW) ने बड़ी कार्रवाई की है। राजधानी रायपुर में शराब कारोबारी अवधेश यादव और उनके सहयोगियों के छत्तीसगढ़ स्थित तीन ठिकानों पर रेड की गई, जहां कार्रवाई समाप्त हो गई। अवधेश के बिहार और झारखंड स्थित ठिकानों पर जांच अब भी शेष है। इसके अलावा सौम्या चौरसिया के निजी सहायक रहे जयचंद कोसले के सभी ठिकानों पर भी दबिश कार्रवाई पूरी कर ली गई है।
जब्त सामग्री:
- महत्वपूर्ण दस्तावेज
- मोबाइल फोन
- नगदी
- तकनीकी उपकरण
शराब घोटाला मामला:
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के शासनकाल के दौरान साल 2019 से 2022 तक लाइसेंसी शराब दुकानों पर डुप्लिकेट होलोग्राम लगाकर बड़ी मात्रा में अवैध शराब बेची जाती थी, जिससे राजस्व विभाग को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ था। इस घोटाले में अनवर ढेबर, अरुणपति त्रिपाठी और अनिल टुटेजा जैसे बड़े नाम शामिल हैं। कवासी लखमा को भी शराब घोटाले से पीओसी (Proceeds of Crime) से हर महीने कमिशन मिलने की बात सामने आई है।
कोयला घोटाला मामला:
कोल व्यापारियों से अवैध वसूली की गई, जिसमें राज्य के वरिष्ठ राजनेताओं और नौकरशाहों की मिलीभगत थी। जुलाई 2020 से जून 2022 के बीच कोयले के हर टन पर 25 रुपये की अवैध लेवी वसूली गई। इस घोटाले का मास्टरमाइंड सूर्यकांत तिवारी को माना गया है। आरोपियों ने अवैध कमाई को सरकारी अधिकारियों और राजनेताओं को रिश्वत देने में खर्च किया और चुनावी खर्चों के लिए भी इसका इस्तेमाल किया।
