पत्रकार मुकेश को रितेश ने रात को बुलाया खाने पर और सुनियोजित तरीके से कर दी हत्या
बीजापुर। पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन संदेही को हिरासत में लिया है। पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि 1 जनवरी की रात मुकेश को रिश्ते में भाई लगने वाले रितेश चन्द्रकार ने फोन कर चट्टान पारा स्थित सुरेश चन्द्रकार के बाड़े में रात्रि भोजन के लिए बुलाया। इस दौरान मुकेश और सुरेश में बहस हो गई इससे गुस्से में आकर रितेश चन्द्रकार, सुपरवाईजर महेन्द्र रामटेके के साथ मिलकर उसके सिर, छाती, पेट एवं पीठ पर लोहे के रॉड से हमला कर उसकी हत्या कर दी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में मामले की जांच के लिए 11 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है।
पत्रकार मुकेश चंद्रकार के 1 जनवरी की रात के लगभग 08.30 बजे से अपने घर से लापता हो गया था। उनके बड़े भाई युकेश चंद्राकर ने थाना कोतवाली बीजापुर में 2 जनवरी को इसकी सूचना दी। पत्रकार मुकेश चंद्रकार के लापता होने की सूचना मिलने पर तत्काल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक युलैंडन यार्क के नेतृत्व में थाना प्रभारी कोतवाली बीजापुर निरीक्षक दुर्गेश शर्मा समेत अन्य अधिकारियों की टीम गठित कर खोजबीन शुरु की गई। मृतक के लास्ट लोकेशन के आधार पर गुरुवार की देर रात में ही चट्टान पारा स्थित ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार के बाड़ा के सभी रूम को खुलवाकर चेक किया गया। शुक्रवार को तकनीकी साक्ष्य एवं पूछताछ के माध्यम से प्राप्त जानकारी के अनुसार अलग-अलग जगहों पर खोजबीन की गई। जांच के दौरान सुरेश चन्द्रकार के बाड़ा में बैडमिंटन कोर्ट में नये फ्लोरिंग हुए सेप्टीक टैंक को देखकर संदेह हुआ और दोपहर को तहसीलदार एवं एफएसएल टीम की मौजूदगी में नये फ्लोरिंग स्थान को जेसीबी की मदद से तोड़कर पुराने संरचना में से टैंक के ढक्कन को खोला गया। सेप्टीक टेंक का ढक्कन खोलने पर टेंक से पुरूष का शव दिखा जिसके हाथ में बने टेटू से शव का शिनाख्त पत्रकार मुकेश चन्द्रकार के रूप में हुई। फॉरेंसिक टीम द्वारा शव पंचनाम के दौरान प्रथम दृष्टया से पाया गया मृतक की सिर, पीठ, पेट एवं सीने में कठोर एवं ठोस हथियार से वार कर किया गया था।
शुक्रवार को घटना के संदेही को पकडऩे हेतु गठित टीम को रायपुर भेजा गया जहां संदेही रितेश चन्द्रकार को रायपुर एयरपोर्ट से पकड़ा गया एवं घटना के अन्य संदेही महेन्द्र रामटेके (सुपरवाईजर) एवं दिनेश चन्द्रकार को बीजापुर से हिरासत में लिया गया। आरोपी रितेश चन्द्रकार, महेन्द्र रामटेके (सुपरवाईजर) एवं दिनेश चन्द्रकार से पूछताछ की जा रही है एवं घटना में प्रयुक्त हथियारों की बरामदगी की कार्यवाही की जा रही है। घटना के मुख्य संदेही ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार को पकडऩे के लिए अलग-अलग टीम बनाकर घेराबंदी की जा रही है ।
पूछताछ और जांच में खुलासा हुआ है कि पत्रकार मुकेश चन्द्रकार और रितेश चन्द्रकार रिश्ते में भाई लगते थे तथा पारिवारिक एवं सामाजिक विषयों को लेकर आपस में बातचीत होते रहती थी। 1 जनवरी की रात को लगभग 8 बजे मुकेश चन्द्रकार एवं आरोपी रितेश चन्द्रकार के बीच मोबाईल पर बातचीत हुई । तत्पश्चात मुकेश चट्टान पारा स्थित सुरेश चन्द्रकार के बाड़े में पहुंचे तथा रात्रि भोजन करने लगे। इसी दौरान आरोपी रितेश चन्द्रकार द्वारामुकेश चन्द्रकार से पारिवारिक सबंध होने के बावजूद हमारे कामधाम में सहयोग की बजाय बाधा डालने की बात को लेकर बहस हुई। इस दौरान आरोपी रितेश चन्द्रकार द्वारा सुनियोजित तरीके से बाड़े में उपस्थित उनके सुपरवाईजर महेन्द्र रामटेके के साथ मिलकर मुकेश चन्द्रकार के सिर, छाती, पेट एवं पीठ पर लोहे के रॉड से वार किया । दोनो आरोपियों के द्वारा किये गये हमले से मुकेश चन्द्रकार की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। उसके बाद शव को ठीकाने लगाने के उद्देश्य से शरीर को पास के सेप्टीक टेंक में डाल दिया एवं उसे स्लेब के ढक्कन से बंद कर दिया।
बस्तर के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने कहा कि पत्रकार मुकेश चन्द्रकार की हत्या के प्रकरण में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नही जाएगा । जांच के लिए गठित एसआईटी द्वारा साईटिफिक एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर विवेचना कर जल्द से जल्द न्यायालय में अभियोजन के लिए चार्ज रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार एवं अन्य आरोपियों के समस्त संपत्तियों एवं बैंक खातों के सबंध में सम्पूर्ण जानकारी पुलिस एवं जिला प्रशासन द्वारा खंगाला जा रहा है । सुरेश चन्द्रकार के तीन बैंक खातों को होल्ड कराया गया है, अन्य खातों के सबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार द्वारा अवैध तरीके से निर्मित निर्माण यार्ड को भी ध्वस्त किया गया।