रायपुर पश्चिम को मिली उच्च शिक्षा की नई सौगात, कोटा में शासकीय नवीन महाविद्यालय का हुआ शिलान्यास

रायपुर। छत्तीसगढ़ में शिक्षा के क्षेत्र में एक और ऐतिहासिक कदम उठाते हुए रायपुर पश्चिम विधानसभा के कोटा क्षेत्र में शासकीय नवीन महाविद्यालय की स्थापना हेतु शिलान्यास समारोह का आयोजन बड़े धूमधाम से किया गया। यह कार्यक्रम शीतला तालाब स्थित बड़ा सामुदायिक भवन में आयोजित हुआ, जिसमें स्थानीय नागरिकों, जनप्रतिनिधियों और विद्यार्थियों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि विधायक एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेश मूणत उपस्थित रहे। साथ ही महापौर श्रीमती मीनल चौबे एवं नगर निगम सभापति श्री सूर्यकांत राठौड़, दीपक जायसवाल, प्रीतम ठाकुर एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ व कनिष्ठ कार्यकर्ता, स्थानीय नागरिकगण भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
अपने संबोधन में श्री राजेश मूणत ने कहा कि कोटा ही नहीं, पूरे रायपुर पश्चिम विधानसभा में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, जलनिकासी और युवाओं के कौशल विकास जैसे अनेक क्षेत्रों में व्यापक बदलाव लाया जा रहा है। भाजपा की डबल नहीं, अब ट्रिपल इंजन की सरकार—केंद्र, राज्य और स्थानीय निकाय—जनता की आकांक्षाओं को गति देने के लिए प्रतिबद्ध है।उन्होंने आगे कहा कि यह नवीन महाविद्यालय न केवल युवाओं के लिए उच्च शिक्षा के अवसर खोलेगा, बल्कि कोटा और आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को भी मजबूती देगा। भाजपा सरकार का लक्ष्य है कि कोई भी छात्र संसाधनों के अभाव में शिक्षा से वंचित न रह जाए।उन्होंने कहा कि हम प्रयास करेंगे कि महाविद्यालय की बिल्डिंग एक वर्ष के अन्दर बनकर तैयार हो जाए। उन्होंने कहा कि अपने स्वयं के भवन में अध्ययन में छात्रों को एक अलग ही गर्वानुभूति होती है।
महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने कहा कि रायपुर की भावी पीढ़ी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके, इसके लिए यह महाविद्यालय एक महत्वपूर्ण कदम है। शहर का हर कोना, हर बच्चा शिक्षा से जुड़ सके, यही हमारी प्राथमिकता है। नगर निगम की ओर से हम हर आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगे। नगर निगम सभापति श्री सूर्यकांत राठौड़ ने कहा कि कोटा में इस महाविद्यालय का आरंभ होना न केवल शैक्षणिक विकास का संकेत है, बल्कि यह सामाजिक समरसता और अवसरों की समानता का प्रतीक भी है। यह निर्णय स्थानीय युवाओं के भविष्य को नई दिशा देगा।”
यहां यह बताना समीचीन होगा कि वर्ष 2018 में श्री राजेश मूणत ने ही इस महाविद्यालय को आरंभ कराया था, और उसके बाद पूरे 5 वर्ष तक इसका भवन नहीं बन पाया। श्री मूणत ने वर्ष 2024 में इसके लिए बजट प्रावधान कराया, जमीन का अग्रिम आधिपत्य उच्च शिक्षा विभाग को दिलाया और आज इसका भूमि पूजन किया। कार्यक्रम के अंत में स्थानीय नागरिकों ने इस पहल के लिए सरकार और जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया और इसे शिक्षा व विकास की दिशा में मील का पत्थर बताया।
