प्रमोद दुबे ने अपने जन्मदिन पर दिव्यांग बच्चों को किया श्रवण यंत्र वितरित
प्रमोद दुबे ने अपने जन्मदिन पर दिव्यांग बच्चों को किया श्रवण यंत्र वितरित
रायपुर। रायपुर नगर निगम के सभापति और पूर्व महापौर प्रमोद दुबे ने आज अपने जन्मदिन के अवसर पर न केवल समाज सेवा का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया, बल्कि रायपुर के विभिन्न वार्डों में विकास कार्यों की शुरुआत भी की। अर्पण दिव्यांग पब्लिक स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में श्री दुबे ने दिव्यांग बच्चों के बीच श्रवण यंत्र वितरित किए। यह यंत्र बच्चों की सुनने की क्षमता में सुधार लाने के लिए दिए गए थे, जिससे उनके जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव आएगा। इसके अलावा, उन्होंने विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा आयोजित कंबल व गरम कपड़ों के वितरण कार्यक्रम में भी भाग लिया।
श्री दुबे ने अपने वार्ड में कई महत्वपूर्ण विकास कार्यों का भूमिपूजन भी किया। इनमें सड़क निर्माण, जल आपूर्ति, शौचालय निर्माण और बुनियादी सुविधाओं का समावेश था। उन्होंने इन कार्यों की शुरुआत करते हुए स्थानीय निवासियों से कहा कि उनके द्वारा किए गए ये विकास कार्य शहर के हर एक नागरिक के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने में सहायक होंगे।
शहर के 10 वार्डों में जाकर वहां के निवासियों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना। उन्होंने कहा कि जल्द ही इन समस्याओं का समाधान किया जाएगा और वार्डवासियों को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। श्री दुबे ने मैनपाट दुर्घटना में चंगोराभाटा के 4 युवकों की असमय मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की और इस दुख की घड़ी में उनके साथ खड़े रहने का आश्वासन दिया।
श्री दुबे ने यह भी कहा कि रायपुर के विकास के लिए उनका संकल्प सशक्त है। उन्होंने महापौर के कार्यकाल के दौरान शहर के समग्र विकास के लिए कड़ी मेहनत की और आगे भी यह कार्य जारी रखने का वादा किया। उन्होंने यह भी कहा कि विकास कार्यों में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कार्य किया जाएगा, ताकि हर वर्ग के नागरिक को लाभ मिले।
श्री दुबे की यह पहल न केवल उनके नेतृत्व की गुणवत्ता को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि वे समाज के हर तबके की भलाई के लिए निरंतर काम कर रहे हैं। उनके कार्यों से रायपुर में एक नई ऊर्जा का संचार हो रहा है, और यह शहर के लिए एक उज्जवल भविष्य की ओर बढऩे का संकेत है।