शराब और भ्रष्टाचार पर गरमाई सियासत: कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने

मध्यप्रदेश में शराब और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सियासत गरमाई हुई है। कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने हैं, दोनों ही पक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा कि शराब के बढ़ते प्रचलन और अवैध शराब की बिक्री राज्य में गंभीर समस्या बन गई है, जिसे राजनीतिकरण करने की बजाय समाधान निकालना चाहिए। उन्होंने बताया कि सरकार ने शराब से 17 हजार करोड़ रुपये का राजस्व तो कमाया, लेकिन इसके बावजूद अवैध शराब का व्यापार बढ़ रहा है, जो सीधे जनता को प्रभावित कर रहा है। इसके अलावा, उन्होंने नशे के अन्य रूपों जैसे ड्रग्स, कोकीन और सूखे नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर भी चिंता जताई और कहा कि प्रदेश की आर्थिक और सामाजिक स्थिति पर इनका बुरा असर पड़ रहा है। वहीं, कांग्रेस ने बीजेपी सांसद गणेश सिंह के ‘थप्पड़ कांड’ को लेकर भी हमला बोला है और कहा कि गरीब कर्मचारी के साथ हुई मारपीट पार्टी के असली चरित्र को दर्शाती है। पटवारी ने मुख्यमंत्री की प्रतिदिन की यात्राओं पर 25 लाख रुपये खर्च करने, करोड़ों के स्थापना दिवस कार्यक्रम, किसानों के भारी कर्ज़ और रोजगार के वादों के पूरा न होने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की आर्थिक व्यवस्था चरमराई हुई है, कई विभागों में कर्मचारियों को तनख्वाह नहीं मिली है, और शिक्षा और रोजगार के मामले में भी कई योजनाओं का क्रियान्वयन ठीक से नहीं हुआ। कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि ये सभी मुद्दे मिलकर प्रदेश का भविष्य प्रभावित कर रहे हैं और जनता को इन पर ध्यान देना चाहिए। बीजेपी की ओर से भी पलटवार किया गया और उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर सांसद की सुरक्षा को लेकर साजिश करने का आरोप लगाया। दोनों पक्षों के आवेदन और शिकायतों की जांच के बाद वैधानिक कार्रवाई का आश्वासन पुलिस ने दिया है। इस पूरे विवाद ने मध्यप्रदेश की सियासी हवा को गर्म कर दिया है और आगामी चुनावी और प्रशासनिक फैसलों पर इसका असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है।







