
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज लाल किले की प्राचीर से 79वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित किया। पीएम मोदी ने देश के वीर सबूतों को श्रद्धांजलि दी।
पढ़िए क्या कहा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सुरक्षा का महत्व बहुत बड़ा है। मैं आज लाल किले की प्राचीर से कह रहा हूं कि आने वाले 10 साल में 2035 तक राष्ट्र के सभी महत्वपूर्ण स्थलों जिनमें सामरिक के साथ-साथ सिविलियन क्षेत्र भी शामिल है- जैसे अस्पताल, रेलवे, आस्था के केंद्र सभी को तकनीक के नए प्लेटफॉर्म द्वारा पूरी तरह सुरक्षा का कवच दिया जाएगा…अगले दस वर्षों में, 2035 तक मैं इस राष्ट्रीय सुरक्षा कवच का विस्तार, सुदृढ़ीकरण और आधुनिकीकरण करना चाहता हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘उच्च-शक्ति जनसांख्यिकी मिशन’ की घोषणा की। पीएम मोदी ने कहा कि मैं देश को एक चिंता, एक चुनौती से आगाह करना चाहता हूं। एक सोची-समझी साजिश के तहत, देश की जनसांख्यिकी बदली जा रही है, एक नए संकट के बीज बोए जा रहे हैं। घुसपैठिए मेरे देश के युवाओं की रोज़ी-रोटी छीन रहे हैं। घुसपैठिए मेरे देश की बहनों-बेटियों को निशाना बना रहे हैं। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ये घुसपैठिए भोले-भाले आदिवासियों को गुमराह करके उनकी ज़मीन हड़प लेते हैं। देश इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। जब सीमावर्ती इलाकों में जनसांख्यिकी परिवर्तन होता है, तो यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ख़तरा पैदा करता है। कोई भी देश इसे घुसपैठियों के हवाले नहीं कर सकता इसलिए, मैं कहना चाहता हूं कि हमने एक ‘उच्च-शक्ति जनसांख्यिकी मिशन’ शुरू करने का फ़ैसला किया है।
आज 15 अगस्त के दिन, हम देश के युवाओं के लिए एक लाख करोड़ रुपये की योजना शुरू कर रहे हैं। आज से ‘प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना’ लागू हो रही है। इसके तहत निजी क्षेत्र में पहली नौकरी पाने वाले बेटे-बेटियों को सरकार 15,000 रुपये देगी।
मुझे किताबों में गरीबी क्या होती है, यह पढ़ने की ज़रूरत नहीं पड़ी, मैं जानता हूँ कि ये क्या होती है। मैंने भी सरकार में काम किया है, इसलिए मैंने हमेशा यही कोशिश की है कि सरकार सिर्फ़ फाइलों तक सीमित न रहे, बल्कि नागरिकों के जीवन तक पहुंचे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज, मैं गर्व के साथ कहना चाहता हूं कि 100 वर्ष पूर्व, एक संगठन का जन्म हुआ – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS)। राष्ट्र सेवा के 100 वर्ष एक गौरवपूर्ण, स्वर्णिम अध्याय हैं। ‘व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण’ के संकल्प के साथ, मां भारती के कल्याण के उद्देश्य से, स्वयंसेवकों ने अपना जीवन मातृभूमि के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया… एक तरह से, RSS दुनिया का सबसे बड़ा गैर सरकारी संगठन है। इसका 100 वर्षों का समर्पण का इतिहास है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “गरीबी हटाओ के नारे देश ने बहुत सुने हैं, लाल किले से भी सुने हैं। देश सुन-सुन कर थक गया था। देश ने मान लिया था कि गरीबी हट नहीं सकती है। लेकिन जब हम योजनाओं को गरीब के घर तक लेकर जाते हैं तब मेरे देश के 25 करोड़ गरीब गरीबी को परास्त कर गरीबी से बाहर निकल कर नया इतिहास बनाते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के किसान, मछुआरे और पशुपालकों से जुड़ी किसी भी अहितकारी नीति के आगे मोदी दीवार बनके खड़ा है। भारत अपने किसानों, मछुआरों और पशुपालकों के संबंध में कोई समझौता स्वीकार नहीं करेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले साल अनाज के उत्पादन में मेरे देश के किसानों ने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। ये सामर्थ्य है मेरे देश का। उतनी ही जमीन लेकिन व्यवस्थाएं बदली, पानी पहुंचने लगा, अच्छे बीज मिलने लगे… आज भारत मछली उत्पादन में दुनिया में दूसरे नंबर पर है। आज भारत चावल, गेहूं, फल और सब्जी के उत्पादन में भी दूसरे नंबर पर पहुंच चुका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं बड़े अनुभव के साथ कहता हूं कि किसी दूसरे की लकीर छोटी करने के लिए, अपनी ऊर्जा हमें नहीं खपानी है। हमें पूरी ऊर्जा के साथ हमारी लकीर को लंबा करना है। अगर हम ऐसा करेंगे तो दुनिया हमारा लोहा मानेगी। आज जब वैश्विक परिस्थितियों में आर्थिक स्वार्थ दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है, तो यह समय की मांग है कि हम उन संकटों पर रोने ना बैठें। हिम्मत के साथ हम अपनी लकीर को लंबी करें। अगर यह रास्ता हमने चुन लिया तो फिर कोई स्वार्थ हमें अपने चंगुल में नहीं फंसा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस दिवाली मैं आपके लिए डबल दिवाली का काम करने वाला हूं… पिछले 8 वर्षों में हमने GST में बड़ा सुधार किया है…हम नेक्स्ट जनरेशन GST सुधार लेकर आ रहे हैं। सामान्य मानवी की जरूरतों के टैक्स भारी मात्रा में कम कर दिए जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हम स्वदेशी मजबूरी में नहीं, मजबूती के साथ उपयोग करेंगे, मजबूती के लिए उपयोग करेंगे और जरूरत पड़ी तो औरों को मजबूर करने के लिए उपयोग करेंगे। यह हमारी ताकत होनी चाहिए, हमारा मंत्र होना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज 140 करोड़ देशवासियों का एक ही मंत्र होना चाहिए-समृद्ध भारत। अगर कोटि-कोटि लोगों के बलिदान से स्वतंत्र भारत हो सकता है तो कोटि-कोटि लोगों के संकल्प से, आत्मनिर्भर बनने से, वोकल फॉर लोकल की बात करने से समृद्ध भारत भी बन सकता है। वो पीढ़ी स्वतंत्र भारत के लिए खप गई थी और यह पीढ़ी समृद्ध भारत के लिए नए कदम उठाए, यही समय की मांग है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्पेस सेक्टर का कमाल तो हर देशवासी देख रहा है। हमारे ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला स्पेस स्टेशन से लौट चुके हैं और आने वाले कुछ दिनों में भारत आ रहे हैं। हम स्पेस में भी अपने दम पर आत्मनिर्भर भारत गगनयान की तैयारी कर रहे हैं। हम अपना स्पेस स्टेशन बनाने की दिशा में हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज मैं युवा वैज्ञानिकों, प्रतिभाशाली युवाओं, इंजीनियरों, पेशेवरों और सरकार के सभी विभागों से आग्रह करता हूं कि हमारे पास अपने स्वयं के मेड इन इंडिया लड़ाकू विमानों के लिए जेट इंजन होने चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “देश को विकसित बनाने के लिए हम अब समुद्र मंथन की ओर भी जा रहे हैं। हम हमारे समुद्र के भीतर के तेल और गैस के भंडार को खोजने की दिशा में मिशन मोड में काम करना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे देश में 50-60 साल पहले सेमीकंडक्टर की फैक्ट्री का विचार चालू हुआ, आज जो सेमीकडक्टर पूरी दुनिया की ताकत बन गया है। 50-60 साल वे फाइल लटक गई, अटक गई, भटक गई। सेमीकंडक्टर के विचार की भ्रूण हत्या हो गई …हम सेमीकंडक्टर पर मिशन मोड पर काम कर रहे हैं…इस साल के अंत तक भारत में लोगों द्वारा निर्मित मेड इन इंडिया सेमीकंडक्टर चिप्स बाजार में आ जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हमारा देश कई दशकों से आतंक को झेलता आया है…अब हमने एक न्यू नॉर्मल प्रस्थापित किया है। आतंक को और आतंकियों को ताकत देने वालों को अब हम अलग-अलग नहीं मानेंगे। भारत ने तय कर लिया है कि परमाणु की धमकियों को अब हम सहने वाले नहीं है। हमारे वीर, जांबाज सैनिकों ने दुश्मनों को उनकी कल्पना से परे सजा दी है। 22 अप्रैल को पहलगाम में सीमा पार से आतंकियों ने आकर जिस प्रकार का कत्ल-ए-आम किया, धर्म पूछकर लोगों को मारा गया, पत्नी के सामने उसके पति को गोलियां मार दी गईं, बच्चों के सामने उनके पिता को मौत के घाट उतार दिया गया। पूरा हिंदुस्तान आक्रोश से भरा हुआ था, पूरा विश्व भी इस प्रकार के संहार से चौंक गया था। ऑपरेशन सिंदूर उसी आक्रोश की अभिव्यक्ति है। दुश्मन की धरती पर सैंकड़ों किमी. अंदर घुसकर आतंकी हेडक्वार्टर को मिट्टी में मिला दिया, आतंकी इमारतों को खंडहर बना दिया।
पिछले 11 वर्षों में राष्ट्र सुरक्षा, राष्ट्र रक्षा और राष्ट्र के नागरिकों की रक्षा के मोर्चों पर हमने पूरे समर्पण भाव से काम किया है। हम बदलाव लाने में सफल हुए हैं। मां भारती के प्रति कर्तव्य निभाना पूजा से कम नहीं है, तपस्या से कम नहीं है, आराधना से कम नहीं है। उसी भाव से हम सब मातृभूमि के कल्याण के लिए, परिश्रम की पराकाष्ठा करते हुए, 2047 में विकसित भारत के लक्ष्य को पार करने के लिए अपने आप को खपा देंगे, अपने आप को झोंक देंगे। हम 140 करोड़ देशवासियों के सामर्थ्य से आगे बढ़ते ही रहेंगे।
मैं देश के युवाओं से कहता हूं, आप Innovative Ideas लेकर आइए, अपने Ideas को मरने मत दीजिए। आज का Idea हो सकता है आने वाले पीढ़ी का भविष्य हो… मैं आपके साथ हूं, आप आइए, हिम्मत जुटाइए, Initiative लीजिए, आगे बढ़िए, मैं आपका साथी बनकर काम करने को तैयार हूं। अब देश रूकना नहीं चाहता है, 2047 दूर नहीं है, एक-एक पल की कीमत है और हम एक भी पल गंवाना नहीं चाहते हैं।
आज से 50 साल पहले, भारत के संविधान का गला घोंट दिया गया था, भारत के संविधान के पीठ पर छूरा घोंप दिया गया था, देश को जेलखाना बना दिया गया था, आपातकाल लगा दिया गया था।देश की किसी भी पीढ़ी को संविधान की हत्या के इस पाप को भूलना नहीं चाहिए, संविधान की हत्या करने वाले पापियों को नहीं भूलना चाहिए।
