यूंही नहीं कोई चाऊर वाला बाबा बन जाता, मेनस्ट्रीम पॉलिटिक्स से अलग होने के बाद भी लोकप्रियता जस की तस,जन्म दिन की बहुत बहुत बधाई डॉ साहब

रायपुर। मुख्यमंत्री पद की हैट्रिक लगाने वाले विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह नाम के अनुरूप ही रमणीय/मनमोहक भी और जरूरत पड़ने पर सिंह भी,फिर डॉक्टर तो है जनता के हर मर्ज का इलाज भी जानते है।इसमें कोई शक नहीं राज्य बनने के बाद #छत्तीसगढ़ ने उनके सशक्त नेतृत्व में विकास की दौड़ में सरपट फर्राटा लगाकर सारे देश को चौंका दिया।
बीमार और पिछड़ा राज्य कहलाने वाले राज्य छत्तीसगढ़ का डॉ रमन सिंह ने केवल मर्ज पकड़ा,समझा बल्कि उसका उचित इलाज कर उसे एक विकसित राज्य के रूप में तैयार कर देश के अन्य तगड़े गबरू राज्यों की पंक्ति में ला खड़ा किया।
डॉ रमन सिंह तीन तीन बार मुख्यमंत्री रहे,केंद्रीय मंत्री भी रहे, बीजेपी छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष भी रहे, मगर हर कार्यकाल बेदाग और विवादों से दूर रहा।राजनीति की काली कोठरी में भी गोरे चिट्टे सुदर्शन और हमेशा धवल वस्त्र धारण करने वाले डॉ रमन सिंह बेदाग ही रहे।और राज्य के पिछड़े और सुविधाओं से वंचित लोगों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं शुरू कर उन्होंने चाऊर (चावल) वाले बाबा की उपाधि हासिल की,और सीधे जनता के दिलों में कब्जा कर लिया।
इस बार भी लगा कि डॉ रमन सिंह ने मुख्यमंत्री पद का चौका जड़ दिया मगर शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी और पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता ने उसे भी सहर्ष स्वीकार कर लिया।
डॉ रमन सिंह की लोकप्रियता आज भी मुख्यमंत्रियों जैसी ही है,और लोगों का प्रेम स्नेह स्पीकर हाउस को सीएम हाउस जैसा ही गुलज़ार रखता है।
डॉ रमन सिंह को जन्म दिन पर ओलंपिक संघ के साथियों के साथ बधाई देने नहीं जा पाया था,सो आज उनकी बधाई देने पहुंचा था,मेरे साथ था छोटे भाई जैसा साथी Anil Rai। बहुत बहुत बधाई डॉ साहब,लोगो के विश्वास आप पर बना रहे,आपने भी लोगों का दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।






