अति खतरनाक श्रेणी में एन.टी.पी.सी. सीपत सम्मिलित

रायपुर। बिलासपुर स्थित कारखानों में अंतिम बार किये गये निरीक्षण में बिलासपुर अंतर्गत अति खतरनाक श्रेणी (एमएचए) में एन.टी.पी.सी. सीपत सम्मिलित है, जहाँ अंतिम बार सेफ्टी ऑडिट 06 से 08 मार्च 2024 तक कराया गया है। यह जानकारी विधायक धर्मजीत सिंह के द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन ने दिए।
मंत्री देवांगन ने बताया कि यह सत्य है कि श्रम विभाग द्वारा औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत श्रमिकों की सुरक्षा के लिए समय-समय पर ऑडिट अथवा निरीक्षण का प्रावधान है। वर्तमान में सेफ्टी ऑडिट अति खतरनाक श्रेणी (एमएचए) के कारखानों में किए जाने का प्रावधान है। कारखानों का निरीक्षण वर्ष 2017 से ईज ऑफ डूइंग बिजनेस नीति के अनुसार रेण्डम पद्धति से आबंटित होने पर किया जाता है। इसके अतिरिक्त कारखानों में दुर्घटना होने तथा शिकायत प्राप्त होने पर निरीक्षण एवं जांच किया जाता है। बिलासपुर अंतर्गत अति खतरनाक श्रेणी (एमएचए) में 01 कारखाना मेसर्स-एन.टी.पी.सी. सीपत सम्मिलित है, जहाँ अंतिम बार सेफ्टी ऑडिट 6 से 8 मार्च 2024 तक कराया गया है। 6 कारखानों में श्रमिकों की सुरक्षा के लिए आवश्यक मापदण्ड का पालन नहीं किया जाना पाया गया, जिसमें संबंधित कारखाने के अधिभोगी एवं कारखाना प्रबंधक के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए आपराधिक प्रकरण माननीय श्रम न्यायालय, बिलासपुर में दायर किया गया है।
