अब नॉलेज के लिए कालेज उतने प्रासंगिक नहीं ,नए भारत में सीखने के आयाम भी नयें हैं:डॉ निर्वाणी

रायपुर। तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्का ने आज हैदराबाद के दासपल्ला , जुबली हिल्स स्थित प्रथापरुद्र हाल में आयोजित एड्यूविज़नरी 2025 कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया।
इस अवसर पर देशभर से आए शिक्षाविदों, समाजसेवियों एवं विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति में, छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध समाजसेवी एवं विचारक डॉ. सौरव निर्वाणी का भव्य सम्मान किया गया। यह आयोजन देश में शिक्षा क्षेत्र में सुधार, नारी सशक्तिकरण, साइबर सुरक्षा एवं सड़क सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर किए जा रहे कार्यों को प्रोत्साहित करने हेतु आयोजित किया गया था। यूनिटी फाउंडेशन के माध्यम से इन विषयों पर किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए डॉ. निर्वाणी को विशेष रूप से आमंत्रित कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में यूनिटी फाउंडेशन के सी ई ओ के.एस.आर. मूर्ति एवं संस्थापक सदस्य डॉ. सौरव निर्वाणी दोनों को एक साथ मंच पर सम्मान प्रदान किया गया,आयोजन में मुख्य रूप से माननीय अतिथियों मे डॉ. जयप्रकाश नारायण, वरिष्ठ समाजसेवी एवं संस्थापक, लोकसत्ता मूवमेंट,एम. मुरली मोहन, पूर्व सांसद एवं वरिष्ठ अभिनेता, जे.डी. लक्ष्मी नारायण, पूर्व आईपीएस अधिकारी के उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
डॉ. सौरव निर्वाणी ने सम्मान ग्रहण करते हुए कहा नॉलेज के लिए अब कालेज की प्रासंगिकता हुई है कम,नए भारत में सीखने के भी तरीके नयें,एक शिक्षक अब हजारों शिक्षार्थियों को एक साथ घर में बैठ ही पढ़ा रहे हैं,उन्होंने आगे कहा “यह सम्मान केवल मेरा नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की जनता और उन सभी युवा साथियों का है जो शिक्षा, नारी सशक्तिकरण और समाज सुधार की दिशा में समर्पित होकर कार्य कर रहे हैं। मेरा संकल्प है कि आने वाले समय में हम शिक्षा और सामाजिक चेतना के माध्यम से राष्ट्र निर्माण के कार्य को और तेज़ी से आगे बढ़ाएँगे।”उन्होंने यूनिटी फाउंडेशन के केएसआर मूर्ति ,वामसी आंदुकारी का विशेष आभार व्यक्त किया। तेलंगाना में प्रकाशित शिक्षाविदों के आलेख में डॉ सौरव निर्वाणी के लेख को स्थान दिया गया है जो नगर के लिए गौरव की बात है।
