न सिर्फ अपोलो और सिम्स, बल्कि पूरे प्रदेश के डॉक्टरों की डिग्रियों की होगी जांच – स्वास्थ्य मंत्री

00 सिम्स का नया भवन बनेगा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के पास
बिलासपुर। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद शुक्ल की अपोलो अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत के बाद स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि शुक्ल के इलाज में लापरवाही हुई थी और अब यह भी सामने आया है कि ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर की डिग्री फर्जी थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि न सिर्फ अपोलो और सिम्स, बल्कि पूरे प्रदेश के डॉक्टरों की डिग्रियों की जांच की जाएगी। यदि किसी की डिग्री फर्जी पाई जाती है, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अपोलो में इलाज करने वाले सभी डॉक्टरों की पहचान कर उनकी शैक्षणिक योग्यता की भी पड़ताल की जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल बिलासपुर के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि जिले में शीघ्र ही सरकारी फिजियोथैरेपी कॉलेज खोला जाएगा, जिसके लिए 55 पद स्वीकृत किए गए हैं। साथ ही सुपर स्पेशलिटी अस्पताल को बेहतर बनाने के लिए 27 करोड़ 10 लाख रुपये और सिम्स मेडिकल कॉलेज के लिए 1 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है। सिम्स का नया भवन सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के पास बनाया जाएगा, जिसके लिए जमीन पहले ही आरक्षित की जा चुकी है। निर्माण कार्य पर करीब 700 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इसके लिए बजट की स्वीकृति मिल चुकी है। जल्द ही टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
मरीजों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए अस्पतालों में वाटर कूलर और एयर कंडीशनर लगाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा सिम्स अस्पताल में 60 लाख रुपये की लागत से एसीएलएस एम्बुलेंस की मंजूरी मिली है। वर्तमान में अस्पताल में 3 बीसीएलएस एम्बुलेंस पहले से मौजूद हैं। रेडियोलॉजिस्ट की कमी को दूर करने के लिए टेलीरेडियोलॉजी सुविधा शुरू की जा रही है। एमआरडी, ओपीडी और पेइंग वार्ड के नवीनीकरण और मरम्मत कार्यों को भी सरकार ने मंजूरी दे दी है, जिससे मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
