बीजापुर में शिक्षा विभाग की लापरवाही उजागर, बिना मान्यता चल रहे दो स्कूलों में 100 से अधिक बच्चों का भविष्य खतरे में

बीजापुर। जिले के मद्देड़ और कुटरू क्षेत्रों में शिक्षा विभाग की गंभीर लापरवाही सामने आई है, जहां प्राइस पब्लिक स्कूल नामक संस्था दो अलग-अलग स्थानों पर बिना किसी सरकारी मान्यता के स्कूल चला रही है। हैरानी की बात यह है कि दोनों स्कूलों में करीब 100 से अधिक छात्र अध्ययनरत हैं, लेकिन न स्कूलों के पास कोई वैध दस्तावेज है और न ही शिक्षा विभाग की स्वीकृति।
शिक्षा नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, जिनमें भवन की सुरक्षा, योग्य शिक्षक, खेल-कूद, पुस्तकालय जैसी मूलभूत सुविधाएं आवश्यक होती हैं। इसके बावजूद इन स्कूलों को न बंद किया गया, न ही विभागीय जांच के कोई ठोस कदम उठाए गए हैं, जिससे शिक्षा विभाग की अनदेखी और जिला शिक्षा कार्यालय की मिलीभगत की ओर संकेत मिलते हैं।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि इन स्कूलों से पढ़ाई करने वाले बच्चों की शैक्षणिक प्रमाणिकता मान्य नहीं होगी, जिससे उनकी आगे की पढ़ाई प्रभावित हो सकती है। यदि किसी प्रकार की अनहोनी या भविष्य में शिक्षा संबंधित समस्या आती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा, यह एक बड़ा सवाल है।
डीईओ लखन लाल धनेलिया ने मामले की जांच कर कार्रवाई की बात कही है, वहीं स्कूल संचालक का कहना है कि “सभी जरूरी दस्तावेज विभाग को सौंप दिए गए हैं, अनुमति प्रक्रिया में सरकारी देरी हो रही है।” फिलहाल, जांच और कार्रवाई के अभाव में बच्चों का भविष्य अधर में लटका हुआ है।
