नक्सलियों ने शांति वार्ता के लिए एक महीने नक्सल ऑपरेशन रोकने की मांग का जारी किया पर्चा

जगदलपुर। नक्सलियों के उत्तर पश्चिम सब जोनल प्रभारी रूपेश ने एक पर्चा जारी कर एक महीने लिए नक्सल ऑपरेशन रोकने की मांग किया गया है। जारी पर्चा में लिखा है कि शांति वार्ता को लेकर 8 अप्रैल को दिया गया मेरा पहला बयान पर तुरंत प्रतिक्रिया देने के लिए सर्वप्रथम छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा को धन्यवाद देते हुए कहा गया है कि सुरक्षा का गारंटी देते हुए इस कोशिश को आगे बढ़ाने की अनुमति देने के लिए भी उन्हें धन्यवाद बताना चाहता हू।
पहला पत्र में भी मैं ने बताया था, फिर एक बार बता रहा हूं कि इस कोशिश का मुख्य उद्देश्य कगार के नाम से हो रहे हत्याकांड पर तरंत रोक लगाना चाहिए, समस्या का हल होना चाहिए, शांति वार्ता के जरिए इसे हासिल कर सकेंगे। हमारी पेशकश के पीछे और कोई रणनीति नहीं है। जब आप और हम वार्ता के लिए तैयार है, तो दोनों ओर से कम से कम अस्थायी तौर पर युद्ध विराम का ऐलान करना लाजमी है। यह शर्त का दायरे में नहीं आता, बल्कि शांति वार्ता के लिए अनुकूल माहौल बनाने का हिस्सा है। इस पर आप की प्रतिक्रिया का हम प्रतीक्षा करेंगे।
इस समस्या का परिष्कार के लिए मैं और कुछ साथियों सोच रहे है, उसे पूर्णरूप देने के लिए, वार्ता में हमारी तरफ से प्रतिनिधित्व करने वाले एक मध्यवर्ती प्रतिनिधिमंडल और हमारे पार्टी के प्रतिनिधियों को हम तय करने के लिए हमारी केंद्रीय कमेटी एवं स्पेशल जोनल कमेटी के नेतृत्वकारी कामरेडो से मिलना जरूरी है। उनसे मिलने के लिए मैं और मेरे सहयोगियों को सुरक्षा की गारंटी होनी चाहिए। उसके लिए सरकार से मेरी अपील है कि एक महीने तक शासकीय सशस्त्र बलों के ऑपरेशनों पर रोक लगाया जाए। चूंकि मैं ने पहले ही हमारे तमाम कामरेडो से प्रेस बयान और विशेष पत्र के जरिए अपील किया कि इस वार्ता के दौर में सरकारी सशस्त्र बलों पर बंदूक नहीं चलाएं, इसलिए आप मेरी बात पर सहमत हो, हमारे साथ वार्ता करने के लिए तैयार है, तो छत्तीसगढ़ में तैनात तमाम केंद्र-राज्य सरकारी बलों को एक महीने तक युद्ध विराम करने पर आदेश जारी करें। बस्तर में हिंसा का दौर पर फौरन रोक लगाएं, यह सरकार से मेरा अनुरोध है। सुरक्षा बलों पर हमला न करने की मेरा पत्र ( पार्टी कैडर के लिए) जारी होने के बाद क्षेत्र में सुरक्षा बलों द्वारा लगातार आक्रामक अभियान चलाया गया। 12 अप्रैल को बीजापुर जिला, भैरमगढ़ ब्लॉक अंतर्गत इंद्रावति नदी के किनारे अनील पूनेम सहित तीन लोगों को पकड़कर हत्या किया गया। 16 अप्रैल को कोंडागांव जिले के किल्लेम के पास डीवीसी मेंबर होलदेर सहित दो लोंगों का हत्या किया गया। इसे कैसे समझेंगे ? ये हत्याकांड ऐसा ही जारी रहने से शांति वार्ता के लिए किये जा रहे यह प्रयास का कोई मतलब नहीं रहेंगे। इस लिए मैं सरकार से और गृहमंत्री विजय शर्मा जी से फिर एक बार अनुरोध कर रहा हूं कि शांति वार्ता आगे बढऩे व स्थायी समाधान के लिए यह सब बंद होना चाहिए।
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