नारायणी ने वृद्धजनों के साथ मनाया स्थापना दिवस, संग्रहालय भी बढ़ा

रायपुर। सामाजिक – साहित्यिक क्षेत्र की अग्रणी संस्था नारायणी साहित्यिक संस्थान ने बुधवार को अपना 8वां स्थापना दिवस वृद्धजनों के साथ मनाया। संस्था की अध्यक्ष डॉ. मृणालिका ओझा ने बताया कि ग्रास रूट सोसायटी द्वारा सुंदर नगर में संचालित प्रशामक देख – रेख गृह ( वृद्धाश्रम ) में मनाया। इस अवसर पर वृद्धजनों को न केवल भोजन कराया गया अपितु राशन सामग्री, डिशवॉश सहित संस्था में रहने वाले भवतोष, बुधराम जैसे अस्वस्थजनों के लिए चिकित्सकीय सामग्री भी प्रदान की गई।
कैंसर यूनिट, मेकाहारा के पास संचालित चरामेति नि: शुल्क भोज सेवा का आयोजन भी किया गया। विभिन्न भाषा बोलियों के संग्रहालय हेतु तेलुगू ( इनाडु , आंध्र ज्योथि )एवं उर्दू भाषा के समाचार पत्र “सियासत” सहित उर्दू लिपि में सिंधी भाषा के भजनो़ की पुस्तक “रसालो सचल सरमस्त” भी प्राप्त हुई। ज्ञातव्य है कि इस संग्रहालय में 60 से ज्यादा भाषाओं के करीब 150 से कैलेंडर एवं अनेक भाषाओं के समाचार पत्र, पत्रिकाएं संग्रहित है। इस अवसर पर राजेंद्र ओझा, किशोर, ह्रषिक, किअंश, पार्थ एवं देख रेख गृह की ममता शर्मा, ज्योति आदि उपस्थित थे।
