नड्डा झीरम के शहीदों के परिजनों के घावों पर नमक छिड़क रहे – बैज

जगदलपुर । छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा का यह बयान कि झीरम के मामले में हमला करवाने के लिए अपने लोगों को मरवाने के लिए कांग्रेसी नक्सलियों से संपर्क कर रहे थे । यह बयान दे कर नड्डा झीरम के शहीदों का अपमान कर रहे, उनके परिजनों के घावों पर नमक छिड़क रहे है। उनका बयान बेहद ही आपत्तिजनक और स्तरहीन है। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि एनआईए,नड्डा से पूछताछ करें कि उनका इस बयान देने का आधार क्या है? जेपी नड्डा के पास इस बात का क्या सबूत है? नड्डा का नार्को टेस्ट भी करवाया जाय। जेपी नड्डा सिर्फ राजनैतिक उद्देश्य के लिए बयानबाजी किया है। उन्हाेने कहा कि जेपी नड्डा काे इस बयान के लिए माफी मांगना चाहिए। कांग्रेस मांग करती है कि जेपी नड्डा पर भारतीय जनता पार्टी कार्रवाई करे । झीरम घाटी कांड एक ऐसा कांड था जिसने कांग्रेस के नेतृत्व की एक पूरी पीढ़ी को ही समाप्त कर दिया था।स्वतंत्र भारत में हुई दुर्दान्त और हृदय विदारक घटना भारतीय जनता पार्टी के शासन काल में डॉ. रमन सिंह के राज में घटित हुई थी इसके गुनाहगारों को सजा से बचाने के लिए भाजपा लगातार षड़यंत्र करती रही है। आज भी छत्तीसगढ़ की जनता जानना चाहती है कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा की सुरक्षा को नक्सल इलाके में ही क्यों हटाया गया था?
दीपक बैज ने कहा कि जेपी नड्डा ने राजनीतिक बयानबाजी के लिए सारी मर्यादा को तार-तार किया है। कांग्रेस ने झीरम हमले में अपने नेताओं की पूरी एक पीढ़ी को खोया है और उस समय राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी। भाजपा केंद्र में पिछले बारह साल से सरकार में है। एनआईए ने तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह से पूछताछ क्यों नहीं किया? रमन सिंह का भी नार्को टेस्ट करवा लिया जाए झीरम का पूरा सच सामने आ जायेगा। कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा को सुरक्षा क्यों नहीं दी गई थी । क्यों एनआईए ने आज तक झीरम हमले के दोषियों तक नहीं पहुंच पायी? जेपी नड्डा इस प्रकार का बयान दे रहे है, उनके पास तथ्यात्मक आधार क्या है, एनआईए उनसे पूछताछ करनी चाहिए। उन्हाेने कहा कि भाजपा डरती है झीरम का सच सामने आ जायेगा तो वह बेनकाब हो जायेगी। भाजपा के बड़े नेता जीरम की जांच को रोकने लगातार कोशिशें करते रहे उसमें साफ है झीरम के पीछे तत्कालीन भाजपा सरकार की भूमिका संदिग्ध थी। भाजपा के तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक झीरम की जांच रोकने पीआईएल क्यों लगाया था?
उन्हाेने कहा कि भाजपा ने झीरम का सच रोकने कदम-कदम पर षड़यंत्र किया। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद कांग्रेस सरकार ने झीरम हमले की जांच के लिये एसआईटी का गठन किया था लेकिन भाजपा की केंद्र सरकार एनआईए से झीरम की फाइल एसआईटी को नहीं देने दिया। एनआईए को हाईकोर्ट ने भी राज्य की एसआईटी को फाईल देने का आदेश दिया तब एनआईए सुप्रीम कोर्ट अपील में चली गई, पांच साल के अदालती लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर 2023 को एनआईए की अपील खारिज करते हुये कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की एसआईटी झीरम मामले की जांच कर सकती है, एनआईए फाईल वापस करे। सुप्रीम कोर्ट के फैसला आने तक राज्य में सरकार बदल गयी थी। कांग्रेस मांग करती है कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा गठित एसआईटी के द्वारा मामले के षड़यंत्रों की जांच शुरू करें। यह घटना देश के लोकतंत्र के माथे पर लगा वह कलंक है जो कभी नही मिट सकता। कांग्रेस ने झीरम में अपने नेताओं की पूरी पीढ़ी को खोया है।
इस प्रेसवार्ता में शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुशील मौर्य, पूर्व विधायक रेखचंद जैन, गौरनाथ नाग,रविशंकर तिवारी,सेवादल कौशल नागवंशी,राष्ट्रीय प्रवक्ता जावेद खान,युवा कांग्रेस अध्यक्ष निकेतराज झा,अनुराग महतो,नीतीश शर्मा आदि मौजूद रहे।







