खजुराहो में अवैध अतिक्रमण पर सांसद का अलर्ट

सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा नियम 377 के तहत खजुराहो विश्व धरोहर परिसर के आसपास बढ़ते अवैध अतिक्रमण और अनियंत्रित निर्माण पर ध्यानाकर्षण कराने का प्रयास किया है। उन्होंने स्पीकर को लिखे पत्र में कहा कि मध्यप्रदेश के खजुराहो परिसर में लगातार अनाधिकृत निर्माण और नियमनहीन विकास गतिविधियाँ बढ़ रही हैं, जो UNESCO द्वारा विश्व धरोहर घोषित कंदरिया महादेव, देवी जगदम्बी और पार्श्वनाथ जैसे मंदिरों की सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए खतरा हैं। सांसद ने 2022 की कैग रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि विभिन्न संरक्षित स्मारकों के आसपास अतिक्रमण, बफर-ज़ोन प्रबंधन में कमी और निगरानी तंत्र की कमजोरियाँ पाई गई हैं।
बीते वर्षों में ASI ने खजुराहो के बफर-ज़ोन में अवैध निर्माण और व्यावसायिक गतिविधियों की जांच की है। इन गतिविधियों से स्मारकों की मूल संरचना, उनकी प्राचीनता, स्थानीय धार्मिक आस्था और पर्यटन-आधारित अर्थव्यवस्था पर गंभीर खतरा उत्पन्न हो रहा है, जो पुरातत्व अधिनियम का उल्लंघन है। सांसद ने आग्रह किया कि खजुराहो क्षेत्र की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों का व्यापक सर्वेक्षण और फॉरेंसिक ऑडिट कराया जाए, सभी अवैध अतिक्रमण हटाए जाएँ और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने बफ़र-ज़ोन की सीमाओं को वैज्ञानिक रूप से पुनर्परिभाषित करने और राज्य सरकार के अधीन आने वाली अवैध कब्ज़ाधारी पुरातात्विक संपत्तियों को ASI के संरक्षण में लाने की भी मांग की, ताकि उनका दीर्घकालिक और उच्च-स्तरीय संरक्षण संभव हो सके







