सीमावर्ती क्षेत्रों में धान तस्करी पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई

छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में छत्तीसगढ़–ओडिशा सीमावर्ती क्षेत्रों में धान तस्करी रोकने के लिए पुलिस और राजस्व अमले की लगातार कार्रवाई जारी है। एक महीने की मुस्तैद कार्रवाई में तस्करों की कमर टूट गई है। देवभोग और अमलीपदर क्षेत्रों में अवैध धान लाने और खपाने की कोशिश को रोकते हुए पुलिस ने अब तक 28 वाहन और 1,370 क्विंटल धान जब्त किया है। सीमावर्ती इलाकों में तस्करों का डंपिंगयार्ड बनाने की योजना भी विफल हो गई।
पुलिस ने बताया कि सीमापार से धान आने के कारण पिछले साल की तुलना में खरीदी लगभग आधी रह गई है। देवभोग और अमलीपदर ब्लॉक में समर्थन मूल्य के तहत खरीदी घटकर 8,000 क्विंटल रह गई, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 16,000 क्विंटल था। सीमावर्ती धान की मांग दो वजहों से बढ़ रही है: स्थानीय उत्पादन तय मात्रा से कम होना और ओडिशा की धान खरीदी नीति में अनुचित प्रक्रियाएँ। ओडिशा में बिचौलियों द्वारा 2,000 रुपए में खरीदी कर सी.जी. सीमावर्ती किसानों को 2,300–2,500 रुपए में बेचा जा रहा है। प्रशासन की कार्रवाई से अब तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है और भविष्य में बोगस खरीदी से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है।







