महंत ने कहा – क्या छत्तीसगढ़ में बिना दूल्हे की बारात की परंपरा है? मंत्री बोले – नेताजी दिल्ली मुंबई में हुए इन्वेस्टर मीट की ओर इशारा कर रहे हैं

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ चरण दास महंत ने उद्योग मंत्री लखन देवांगन को घेरते हुए छत्तीसगढ़ सरकार के इन्वेस्टर मीट के आयोजनों, उसमें हो रहे खर्च और निवेश की स्थिति पर सीधे पूछा कि क्या छत्तीसगढ़ में बिना दूल्हे की बारात की परंपरा है? इस पर मंत्री देवांगन ने उनका इशारा समझते हुए कहा कि नेताजी दिल्ली मुंबई में हुए इन्वेस्टर मीट की ओर इशारा कर रहे हैं। इसके पहले भी सरकारें ऐसे सम्मेलन आयोजित कर निवेशकों को आमंत्रित करती रही है और हमारे पहले आयोजन के बाद 47 हजार करोड़ के 31 निवेश के प्रस्ताव से अब तक मिले है और प्रश्न लगने के बाद से अब तक 1.32 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिल चुके हैं।
नेता प्रतिपक्ष डॉ महत ने कहा कि मंत्री जी को जितना सिखाया उन्होंने बता दिया। मेरा आशय यह है कि उद्योग के लिए स्थल, भूमि का चयन हुआ नहीं है, उद्योग लगाना चाहते है या नहीं यह तय नहीं हुआ और आयोजन कर रहे। महंत ने कहा कि 31 निवेश के प्रस्ताव नहीं है, इनविटेशन टू इनवेस्ट लेटर है। ये आए नहीं है पत्र लिख लिखकर बुलाए गए हैं। मंत्री जी इतनी जल्दी मत करिए। पहले जमीन, पानी बिजली कहां कैसे देंगे तय कर लें तब आमंत्रण दें। मंत्री देवांगन ने कहा कि भूमि, निवेशकों की मांग पर सरकार के लैंड बैंक या जरूरत पर निजी भूमि भी देते हैं। और 31 निवेशकों में से 4 ने भूमि चिन्हित कर ली है। इन्हे नवा रायपुर और पथरिया मुंगेली में दी जा रही है। नेता प्रतिपक्ष डॉ महंत ने दिल्ली मुंबई के मीट आयोजन में हुए खर्च 1.3 और 1.61 करोड़ का उल्लेख करते हुए कहा कि यह किसी इवेंट कंपनी को दिया गया या अफसरों ने किया। मंत्री ने कहा कि पहले भी खर्च होते रहे हैं। उद्योगपतियों को बुलाते हैं तो उनके खाने पीने का खर्च होता ही है।
