करणी सैनिकों की पदयात्रा शुरू, जन क्रांति आंदोलन की तैयारी

मध्य प्रदेश में जन अधिकारों की गूँज अब सड़कों पर सुनाई देने लगी है। सीहोर के सुप्रसिद्ध कुबेरेश्वर धाम से आज करणी सैनिकों की एक पदयात्रा का आगाज हुआ, जो हरदा में होने वाले ‘जन क्रांति आंदोलन’ को लेकर की जा रही है। आस्था और संकल्प के संगम के साथ, कुँवर ललित सिंह सिसोदिया और कुँवर कमलेश सिंह राजपूत (थुना) के नेतृत्व में करणी सैनिकों का जत्था हरदा की ओर कूच कर चुका है। यात्रा की शुरुआत से पहले बाबा कुबरेश्वर का आशीर्वाद लिया गया और फिर जोश-ओ-जुनून के साथ यह काफिला आगे बढ़ा।
सीहोर जिला अध्यक्ष ईश्वर सिंह चौहान ने अपनी टीम के साथ पदयात्रियों का भव्य स्वागत किया। तिलक लगाकर और माला पहनाकर उन्होंने सेना को जीत का संकल्प दिलाया। जन क्रांति आंदोलन हरदा में लाखों करणी सैनिक 21 सूत्री मांगों को लेकर 21 दिसंबर को हरदा पहुंचेंगे, जिसका नेतृत्व करणी सेना प्रमुख ठाकुर जीवन सिंह शेरपुर करेंगे।
“यह सिर्फ यात्रा नहीं, जन-जन की आवाज है। 21 दिसंबर को हरदा की धरती पर नया इतिहास रचा जाएगा। इस आंदोलन का मुख्य केंद्र 21 दिसंबर है, जब 21 सूत्रीय मांगों को लेकर लाखों करणी सैनिक हरदा पहुंचेंगे, और सरकार के अधिकारियों के सामने अपनी मांग रखेंगे। युवाओं के अधिकार, स्थानीय समस्याएं और क्षेत्र के विकास की मांगों को लेकर यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक शासन-प्रशासन की नींद नहीं खुल जाती।







